अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को लेकर बेशक संघ प्रमुख मोहन भागवत या बीजेपी के सांसद साक्षी महाराज और दूसरे नेता बात कर रहे हों लेकिन बीजेपी के सहयोगी दलों की इस मुद्दे पर कुछ अलग राय है. जेडीयू ने साफ तौर से कहा है कि राम मंदिर मुद्दा एनडीए के एजेंडे में कभी नहीं रहा.
जेडीयू प्रवक्ता केसी त्यागी ने साफ कहा कि राम मंदिर मुद्दा एनडीए के एजेंडा में ना पहले था और ना आज है. उन्होंने कहा कि ये भारतीय जनता पार्टी या उससे जुड़े हुए दूसरे संगठनों की मांग और कार्यक्रम हो सकता है लेकिन जितने भी घटक एनडीए के अंदर पहले से शामिल रहे हैं, उनकी कोई प्रतिबद्धता राम मंदिर के लिए नहीं है.
उन्होंने कहा कि एनडीए के गठन के दौरान जॉर्ज फर्नांडीज, नीतीश कुमार, अटल बिहारी वाजपेयी और आडवाणी जी में जो समझदारी बनी थी, नेशनल एजेंडा फॉर गवर्नेंस उसके तहत इस मुद्दे को एनडीए के घोषणा पत्र से अलग रखा जाएगा. केसी त्यागी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में मामला चल रहा है, जब तक सुप्रीम कोर्ट से यह तय नहीं हो जाता किसी को भी भ्रामक प्रचार करके ऐसे सवाल नहीं उठाने चाहिए. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में जो फैसला होगा वह पूरे भारतीय समाज को मान्य होगा.
2019 से पहले बनकर रहेगा राम मंदिर- साक्षी महाराज
वहीं राम मंदिर निर्माण को लेकर संघ प्रमुख मोहन भागवत के बार-बार दिए जा रहे बयानों के बाद बीजेपी नेता भी मंदिर निर्माण को लेकर बोलने लगे हैं. बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने कहा कि भव्य राम मंदिर को बनने से दुनिया की कोई ताकत नहीं रोक सकती.
मंदिर निर्माण की तारीख के बारे में साक्षी महाराज का कहना है कि 2019 के चुनाव में में जाने से पहले भव्य राम मंदिर का निर्माण शुरू हो जाएगा. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट सभी मामलों के निर्णय करता है तो इस मामले में सुप्रीम कोर्ट फैसला करे.
भागवत बोले-विपक्षी पार्टियों में विरोध की हिम्मत नहीं
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने संघ के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि विपक्षी पार्टियां भी अयोध्या में राम मंदिर का खुलकर विरोध नहीं कर सकती क्योंकि वह देश की बहुसंख्यक जनसंख्या के इष्टदेव हैं.