जनता दल-युनाइटेड (जदयू) की केरल इकाई ने गुरुवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ गठबंधन का विरोध किया. केरल इकाई ने नीतीश कुमार से अपना संबंध तोड़ने भी बात कही. जदयू की केरल इकाई के प्रमुख और राज्यसभा के सदस्य वीरेंद्र कुमार ने शरद यादव से भी फैसला न स्वीकारने की अपील की.
कीमत चुकाने को तैयार
सांसद वीरेंद्र कुमार ने चेतावनी भरे अंदाज में कहा है कि वो नीतीश कुमार के इस फैसले के साथ नहीं जाएंगे, भले ही इसके लिए उन्हें कोई भी कीमत चुकानी पड़े. यहां तक कि उन्होंने राज्यसभा सांसद सदस्यता से अपना इस्तीफा देने तक की बात कह डाली.
वीरेंद्र सिंह गुरूवार शाम जेडीयू के वरिष्ठ नेता और पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद के घर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने शरद यादव के सामने अपना पक्ष रखा. उन्होंने कहा, "हमें जदयू का राजग के साथ गठबंधन स्वीकार नहीं है और नीतीश कुमार के साथ हमारे संबंध समाप्त हो चुके हैं. यह बेहद चौंकाने वाली बात है कि नीतीश कुमार राजग में शामिल हो गए. हम सभी ने सोचा था कि वह फासीवादी प्रवृत्तियों के खिलाफ जंग करेंगे लेकिन वह खुद इसका एक हिस्सा बन गए हैं."
वीरेंद्र कुमार ने कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि जदयू के वरिष्ठ नेता शरद यादव और बिहार में पार्टी के विधायक नीतीश कुमार के निर्णय को स्वीकार नहीं करेंगे. कुमार ने कहा कि मैं केरल वापस जाऊंगा और काउंसिल मीटिंग के बाद भविष्य के लिए कोई निर्णय लूंगा. अगर मुझे राज्यसभा से इस्तीफा भी देना पड़ा तो मैं तैयार हूं.
महाराष्ट्र चीफ भी नाराज
नीतीश कुमार के इस फैसले से महाराष्ट्र जेडीयू के चीफ और एमएलसी कपिल पाटिल भी नाराज हैं. पाटिल ने कहा है कि वो पार्टी के साथ बैठक करेंगे और जल्द ही भविष्य पर कोई फैसला लेंगे.
बता दें कि नीतीश कुमार ने बुधवार को महागठबंधन से अलग होकर भाजपा के साथ गठबंधन कर गुरुवार सुबह बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली.