राष्ट्रपति चुनाव में जेडीयू की ओर से रामनाथ कोविंद का समर्थन करने के फैसले पर कांग्रेस और जेडीयू की रार बढ़ती जा रही है. जेडीयू नेता और राज्यसभा सांसद केसी त्यागी ने आरजेडी के साथ गठबंधन तोड़ने का इशाना किया है. उन्होंने कहा कि जब बीजेपी से गठबंधन था तो उनकी पार्टी काफी सहज थी.
जेडीयू नेता ने कहा कि हम पांच साल बिहार गठबंधन चलाना चाहते थे लेकिन ऐसे बयान बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे. जेडीयू ने गुलाम नबी आजाद के बयान पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि किसी पार्टी के आला नेता के खिलाफ ऐसा बयान सही नहीं है . उन्होंने कांग्रेस और उसकी कार्यशैली पर भी जमकर हमला बोला. केसी त्यागी ने कहा, 'कांग्रेस गांधी और नेहरू का सपना पूरा नहीं कर पाई, हम यूपीए में नहीं हैं और हम एनडीए से भी बाहर हैं. हमें दूसरी पार्टियां सुझाव ना दें.'
गौरतलब है कि जेडीयू ने राष्ट्रपति चुनाव में बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को समर्थन देने का फैसला किया है. इस पर कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने सोमवार को कहा कि बिहार की बेटी की हार पर सबसे पहला निर्णय नीतीश कुमार ने लिया है. आजाद ने कहा कि जो लोग एक सिद्धांत में विश्वास करते हैं, वो एक फैसला लेते हैं. और जो लोग कई सिद्धांतों में विश्वास करते हैं, वो अलग-अलग फैसले लेते हैं.
राष्ट्रपति चुनाव में कोविंद को समर्थन देने पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साफ कहा था कि उनकी पार्टी अपना फैसला लेने के लिए स्वतंत्र है, साथ ही उन्होंने 'बिहार की बेटी' मीरा कुमार को विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाए जाने के फैसले की भी आलोचना की थी. उन्होंने कहा था कि क्या बिहार की बेटी को हारने के लिए चुना गया है?