जेडीयू ने बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी की तुलना कलयुगी बच्चे से की है. जेडीयू का कहना है कि सुशील मोदी उस कलयुगी बच्चे की तरह हैं, जो अपने माता-पिता के साथ गलत व्यवहार करता है.
जेडीयू के राज्यसभा सांसद शिवानंद तिवारी ने कहा, 'वो उस कलयुगी बच्चे की तरह बर्ताव कर रहे हैं, जो अपने माता-पिता से दुर्व्यवहार करने पर उतारू है.'
दरअसल, जेडीयू नेता सुशील मोदी के उस बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे थे, जिसमें उन्होंने मोदी पर आडवाणी के देश का मूड भांपने में नाकाम रहने की बात कही थी. शिवानंद तिवारी ने कहा, 'हर कोई जानता है, आडवाणी जी की वजह से सिर्फ 2 सीट जीतने वाली बीजेपी 1996 में लोकसभा में 182 सीट जीतकर आई. पर आज सुशील मोदी जैसे लोग उनकी बेइज्जती कर रहे हैं.'
जेडीयू के बिहार प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ट नारायण सिंह ने भी सुशील मोदी पर हमला करते हुए कहा कि क्या कोई अपने माता-पिता को खुद से अलग करता है?
जेडीयू प्रवक्ता संजय सिंह और राजीव रंजन सिंह ने सुशील मोदी को मौकापरास्त करार दिया.
मोदी के समर्थन में उतरे 'सुमो' का विवादित ट्वीट
सुशील मोदी ने ट्वीट किया, 'आडवाणीजी देश का मूड भांपने में नाकाम रहे. आडवाणीजी ने खुद अटलजी को प्रधानमंत्री उम्मीदवार घोषित किया था. उन्हें नरेंद्र मोदी को भी खुद से पीएम उम्मीदवार घोषित करना चाहिए.' इसके बाद उन्होंने अपने बयान पर सफाई दी. लेकिन एक बार फिर आडवाणी को नसीहत दे दिया.