जेडीयू के नेताओं के रुख से साफ है कि 17 साल पुराना गठबंधन अब टूट की कगार पर है. जेडीयू के नेता ने तो यहां तक कहा है कि बीजेपी ने अपनी कमान दागी के हाथ दे दी है, जो हमें मंजूर नहीं है.
इन खबरों के बीच बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने जेडीयू नेता शरद यादव और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से फोन पर बात की है. बताया जा रहा है कि आडवाणी ने दोनों नेताओं से बात कर अपील की है कि वह गठबंधन को बनाए रखें.
उधर जेडीयू अध्यक्ष और एनडीए के संयोजक शरद यादव ने कहा है कि फिलहाल गठबंधन बरकरार है. उन्होंने पत्रकारों से कहा कि किसी भी व्यक्ति के बयानों पर मत जाइए. इस मुद्दे पर पार्टी की बैठक होगी और पार्टी ही गठबंधन पर फैसला करेगी. उन्होंने कहा कि बातचीत जारी है और पार्टी की बैठक में बीजेपी से रिश्ते तय होंगे.
नीतीश और मोदी के बीच की दूरी तो मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन में ही दिख गई थी. गोवा की बैठक के बाद दोनों दलों में दरार भी साफ नजर आने लगी. गोवा में मोदी के नाम का ऐलान होने के बाद जेडीयू की बेचैनी और बढ़ गई.
इस मुद्दे पर नीतीश कुमार की जेडीयू के बड़े नेताओं से बातचीत हुई. जेडीयू अध्यक्ष शरद यादव समेत सभी नेता इस बात के लिए तैयार हैं कि अब बीजेपी के साथ रिश्ता तोड़ लेना चाहिए.
उधर बीजेपी के नेताओं का भी कहना है कि गठबंधन के दल ये तय नहीं कर सकते कि बीजेपी अपने चुनाव प्रचार की कमान किसे सौंपे. दोनों दलों के नेता तलवार ताने खड़े नजर आ रहे हैं.
इस बीच नीतीश कुमार बीजेपी का साथ छूटने के बाद के हालात पर काबू पाने की तैयारी में जुट गए हैं. निर्दलीय विधायकों के साथ वो लगातार संपर्क बनाए हुए हैं. माना जा रहा है कि जेडीयू जल्दी ही एनडीए से अलग होने का ऐलान कर सकता है.
उधर थर्ड फ्रंट की सुगबुगाहट भी तेज हो गयी है. बीजेपी में मोदी का कद बढ़ते ही क्षत्रप उनके खिलाफ आग उगल रहे हैं. उड़ीसा के सीएम नवीन पटनायक थर्ड फ्रंट की बात करने लगे हैं. सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने कहा है कि नीतीश कुमार का थर्ड फ्रंट में स्वागत है.