जेट एयरवेज ने अपने दो पायलटों को नौकरी से निकाल दिया है. इन दोनों ने लंदन-मुंबई उड़ान के दौरान विमान उड़ाते हुए हाथापाई की थी. जेट एयरवेज के प्रवक्ता ने बताया, "एक जनवरी, 2018 को लंदन-मुंबई उड़ान संख्या 9डब्ल्यू119 में उड़ान के दौरान हुई घटनाओं की समीक्षा के बाद जेट एयरवेज ने कॉकपिट के दोनों चालक दल के सदस्यों की सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी है."
आपको बता दें कि नववर्ष के दिन लंदन से मुंबई आ रही एक फ्लाइट में जेट एयरवेज के इस विमान के पायलट और सह-पायलट आसमान में आपस में भिड़ गए. गनीमत रही कि विमान दुर्घटनाग्रस्त नहीं हुआ और उसमें सवार यात्री बाल-बाल बच गए.
यह घटना पहली जनवरी की है, जब जेट एयरवेज का विमान हजारों फुट ऊपर फुल स्पीड में अपनी मंजिल का रास्ता नाप रहा था. इसमें 324 मुसाफिर सवार थे, जिसमें से कुछ यात्री सोए हुए थे और कुछ जाग रहे थे. जेट एयरवेज का विमान 9W 119 लंदन से उड़ान भरकर मुंबई आ रहा था और यहां तक सबकुछ ठीक था, लेकिन एकाएक विमान की महिला पायलट कॉकपिट से बाहर आकर रोने लगी.
इस घटना में पुरुष सह-विमान चालक ने अपनी महिला कमांडर को कॉकपिट के अंदर चांटा मार दिया था, जिसमें 324 यात्री सवार थे. इसमें दो शिशु और केबिन क्रू के 14 सदस्य शामिल थे. महिला पायलट को सह-पायलट पति ने थप्पड़ जड़ दिया था. पायलट और सह-पायलट रिश्ते में पति-पत्नी हैं यानी पति-पत्नी के बीच उस समय कॉकपिट में झगड़ा हुआ, जब विमान हवा में था.
सूत्रों के मुताबिक, कथित रूप से चांटा मारने के बाद महिला पायलट कॉकपिट से बाहर आ गई थी और दोबारा कॉकपिट में जाने को तैयार नहीं थी. केबिन क्रू उनसे बार-बार अंदर जाकर अपना काम संभालने का अनुरोध कर रही थी. वहीं, इस दौरान पुरुष पायलट भी कॉकपिट से बाहर निकल आया. इस दौरान विमान ऑटो पायलट मोड में उड़ता रहा. हालांकि बाद में इस विमान को सफलतापूर्वक मुंबई में उतार लिया गया.
नागरिक विमानन मंत्री अशोक गजपति राजू ने इस संबंध में चार जनवरी को लोकसभा को सूचित किया था कि मामले की जांच की जा रही है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.