मुंबई से जयपुर जा रही जेट एयरवेज की फ्लाइट में पायलट के 'केबिन प्रेशर' नियंत्रित नहीं करने की वजह से कई यात्रियों के नाक और कान से खून निकलने की घटना के बाद पांच यात्रियों को सुनाई देने में थोड़ी दिक्कत हो रही है, हालांकि उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है.
अधिकारियों के मुताबिक पांच यात्रियों अन्वेषण रे (39), मुकेश शर्मा (31), विकास अग्रवाल (31), दामोदर दास (37) और अंकुर काला (38) की डॉ. बालाभाई नानावटी हॉस्पिटल में ईएनटी स्पेशलिस्ट द्वारा जांच की गई. नानावटी अस्पताल के मुख्य संचालन अधिकारी राजेंद्र पाटनकर ने कहा कि उनकी सेहत स्थिर है और उन्हें भर्ती करने की जरूरत नहीं है.
हल्के बहरेपन की शिकायत
भाषा के मुताबिक, पाटनकर ने कहा कि ईएनटी डॉक्टरों द्वारा उनकी जांच में पाया गया कि पांच यात्री कान के 'बारोट्रॉमा' से ग्रस्त हैं, जो हवा के दबाव में अचानक बदलाव की वजह से हुआ है. उन्होंने कहा कि पांच मरीजों को आंशिक बहरेपन की शिकायत है, जिसे पूरी तरह ठीक होने में एक हफ्ते से 10 दिन का समय लगेगा. उन्हें तब तक हवाई सफर न करने की सलाह दी गई है. पाटनकर ने कहा, हल्के बहरेपन के इलाज के लिए जिन दवाओं की जरूरत है वो उन्हें बता दी गई हैं.
यात्री ने सुनाई आपबीती
विमान से जयपुर जा रहे एक ज्वेलरी फर्म में काम करने वाले अंकुर काला ने बताया कि हमनें जैसे ही उड़ान भरी एयर कंडीशनर काम नहीं कर रहे थे, अंदर दम घुट रहा था. उन्होंने कहा कि उड़ान भरने के 15 से 20 मिनट बाद ऑक्सीजन मास्क निकल गए लेकिन उन्हें इस्तेमाल करना है या नहीं इस बारे में कोई निर्देश नहीं दिया गया.
अस्पताल के बाहर उन्होंने संवादाताओं से बात करते हुए कहा कि पायलट और उनके सहयोगियों की तरफ से इस बात की कोई जानकारी नहीं की गई कि हम आगे जा रहे हैं या वापस लौट रहे हैं. उन्होंने कहा कि लैंडिंग के दौरान भी विमान में काफी दबाव था और उन्होंने अपने कान बंद किए हुए थे और मास्क पकड़े हुए थे. वह इस दौरान 10-15 सेकंड के लिए बेहोश भी हुए.
‘ब्लीड स्वीच’ सेलेक्ट करने की भूल
इससे पहले, नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के एक अधिकारी ने बताया कि उड़ान भरते समय पायलट और सहयोगी सदस्य ‘ब्लीड स्वीच’ सेलेक्ट करना भूल गए, जिसकी वजह से केबिन प्रेशर सामान्य नहीं रखा जा सका. इस वजह से ऑक्सीजन मास्क नीचे आ गए.
जांच पूरी होने तक ड्यूटी से हटाए गए पायलट
जेट एयरवेज के प्रवक्ता ने बताया कि केबिन प्रेशर में कमी आने के कारण बोईंग 737 विमान को वापस मुंबई लौटना पड़ा. जांच पूरी होने तक विमान के पायलटों को ड्यूटी से हटा दिया गया है. उन्होंने कहा, विमान में 166 यात्री सवार थे, जिनमें से 30 यात्रियों को यह समस्या आई. कुछ की नाक से, जबकि कुछ अन्य के कान से खून बहने लगा. वहीं कुछ लोगों को सिर दर्द की परेशानी हुई.