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झारखंड: कांग्रेस का आरोप- गोड्डा मॉब लिंचिंग के पीछे RSS-बीजेपी का हाथ

अंसारी के मुताबिक मूल घटना को छिपाने के लिए संथालों और आदिवासियों को बदनाम किया जा रहा है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि बीते दिनों इन इलाकों में बीजेपी और आरएसएस की गहमागहमी बढ़ी है जिसके बाद इस घटना को अंजाम दिया गया. 

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प्रतीकात्मक तस्वीर
प्रतीकात्मक तस्वीर

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झारखंड के गोड्डा जिले में हुई मॉब लिंचिंग की घटना ने राजनीतिक रंग लेना शुरू कर दिया है. कांग्रेस का दो सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को मृतकों के गांव तालझारी पहुंच कर परिजनों से मुलाक़ात की. इस प्रतिनिधिमंडल में जामताड़ा विधायक इरफ़ान अंसारी और के एन झा शामिल थे. इन्होंने परिजनों को 5000 रुपये भी दिए. विधायक अंसारी ने इस घटना के पीछे बीजेपी और आरएसएस का हाथ बताया.

अंसारी के मुताबिक मूल घटना को छिपाने के लिए संथालों और आदिवासियों को बदनाम किया जा रहा है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि बीते दिनों इन इलाकों में बीजेपी और आरएसएस की गहमागहमी बढ़ी है जिसके बाद इस घटना को अंजाम दिया गया.  

इस मामले में झारखंड के IG ऑपरेशन आशीष बत्रा का कहना है कि यह एक आइसोलेटेड घटना है जो मवेशियों की चोरी से जुड़ी है. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया है और बाकियों की तलाश की जा रही है.

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वहीं, झारखंड में मॉब लिंचिंग की लगातार बढ़ रही घटनाओं के बारे में डेविस इंस्टिट्यूट ऑफ न्यूरोसाइकियाट्री के डॉ पी के चौधरी का कहना है कि इस तरह की घटनाओं में भीड़ लीडर को फॉलो करती है. ज्यादातर देखा गया है कि ऐसी घटनाओं में भीड़ का नेतृत्वकर्ता दुष्ट प्रवृत्ति का होता है. वहीं भीड़ में शामिल लोगों के अवचेतन मन में छुपी दुष्ट प्रवृत्ति उनपर हावी हो जाती है जो उनके बुद्धि-विवेक को हर लेती है.

झारखंड में मॉब लिंचिंग की घटनाओं  में इजाफा

झारखंड में हालिया दिनों में मॉब लिंचिंग की घटनाओं में काफी इजाफा हुआ है. जिसमें कभी बच्चा चोरी, कभी मवेशी तस्करी और कभी मवेशी चोरी के नाम पर लोगों को पीट-पीट कर मार डाला गया. हालांकि रामगढ़ मामले में गठित फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट ने एक साल के भीतर फैसला सुनाते हुए 11 अभियुक्तों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. ऐसे में आदिवासी इलाके में हुई इस घटना के बाद प्रशासन भी फूंक-फूंक कर कदम उठा रहा है. फिलहाल इस मामले की तहकीकात मवेशी चोरी से जुड़ी घटना के एंगल से कर रही है.

क्या है पूरा मामला

झारखंड के गोड्डा जिले के एक गांव में लोगों ने मवेशी चुराने के संदेह में दो मुस्लिमों को कथित रूप से पीट-पीटकर मार डाला. पुलिस का कहना है कि यह सामान्य चोरी का मामला है.

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संथाल परगना के डीआईजी अखिलेश कुमार झा के मुताबिक आदिवासी बहुल दुल्लु गांव के मुंशी मूर्मू के घर से पांच लोगों ने कथित रूप से भैंसें चुरा ली थीं. भैंसों को गायब देख मूर्मू और गांव के अन्य लोगों ने पांचों का पीछा किया और तड़के उन्हें पड़ोसी गांव बनकटी में पकड़ लिया.

झा ने बताया कि गुस्से से भरे ग्रामीणों ने सिराबुद्दीन अंसारी (35) और मुर्तजा अंसारी (30) को पीट-पीटकर मार डाला तथा तीन अन्य भागने में कामयाब रहे.

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