झारखंड में बहुप्रतीक्षित पंचायत चुनाव बिहार विधानसभा चुनावों के तुरंत बाद कराये जायेंगे और इसके लिए घोषणा शीघ्र कर दी जायेगी.
झारखंड के मुख्य सचिव डा अशोक कुमार सिंह ने आज यहां कहा कि झारखंड में 33 वर्षों बाद होने वाले पंचायत चुनाव केन्द्रीय बलों की कमी के चलते अभी नहीं हो पा रहे है लेकिन बिहार विधानसभा चुनावों के तत्काल बाद सुरक्षा बलों की उपलब्धता होगी और सरकार पूरा प्रयास करेगी कि इस वर्ष के अंत तक यह चुनाव हर हाल में करा लिये जाये.
उन्होंने कहा कि झारंखड को पंचायतों का गठन न होने से बहुत नुकसान उठाना पडा है और अब राज्य सरकार यहां तत्काल चुनाव करवाने की तैयारी में है.
उन्होंने बताया कि इन चुनावों के लिए आवश्यक पंचायती राज संशोधन विधेयक संसद से मानसून सत्र में पारित हो चुका है और अन्य तैयारियां भी जोरों पर है.
उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार ने राज्य सरकार को बताया है कि फिलहाल केन्द्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती राष्ट्रमंडल खेलों के लिए दिल्ली में की जा रही है जिसके बाद उनकी तैनाती बिहार विधानसभा चुनावों के लिए वहां की जायेगी. बिहार विधानसभा चुनावों के बाद ही झारखंड को पंचायत चुनावों के लिए केन्द्रीय बल उपलब्ध हो सकेंगे लिहाजा उसके बाद यहां पंचायत चुनाव कराये जायेंगे.
एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि यहां राजनीतिक दलों के आधार पर पंचायत चुनाव नही कराये जायेंगे. फिलहाल ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है. उन्होंने स्पष्ट किया कि यहां मतदान पत्र से चुनाव इसलिए कराये जा रहे है कि अनके पंचायतों में उम्मीदवारों की संख्या बहुत अधिक हो सकती है और इलेक्ट्रालिक वोटिंग मशीनों में एक निश्चित सीमा तक ही उम्मीदवारों के नाम शामिल हो सकते है.