प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जम्मू-कश्मीर यात्रा के विरोध में अलगाववादी समूहों द्वारा किए गए बंद के आह्वान का घाटी में आंशिक असर देखने को मिल रहा है.
अधिकारियों ने बताया कि ग्रीष्मकालीन राजधानी के व्यापारिक केंद्र लाल चौक के आसपास की अधिकांश दुकानें बंद रहीं. कश्मीर के अन्य जिलों में दुकानें व्यापार के लिए खुली रहीं. पिछले महीने आई बाढ़ से तबाही के बाद लाल चौक में कुछ छिटपुट दुकानों को छोड़कर बाजार में कामकाज अभी तक सही ढंग से शुरू नहीं हो पाया है.
हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के दोनों धड़ों ने घाटी में प्रधानमंत्री के दौरे के खिलाफ आम हड़ताल और शांतिपूर्ण प्रदर्शन का आह्वान किया है. अधिकारियों ने बताया कि सार्वजनिक परिवहन, निजी कार, कैब और ऑटो रिक्शा सामान्य तरीके से चल रहे हैं. दिवाली होने के कारण छुट्टी होने के चलते शैक्षणिक संस्थान, सरकारी कार्यालय और बैंक बंद रहे.
गौरतलब है कि बाढ़ प्रभावित लोगों के साथ दिवाली मनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी घाटी पहुंच रहे हैं. मोदी ने मंगलवार को ट्वीट किया था कि वे दिवाली पर 23 अक्टूबर को श्रीनगर में रहेंगे और त्रासदपूर्ण बाढ़ से प्रभावित लोगों के साथ दिन गुजारेंगे.
---इनपुट भाषा से