झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के विधायक दल के नेता हेमंत सोरेन ने राज्यपाल डा. सैयद अहमद से मुलाकात कर राज्य में नई सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है. इस मौके पर शिबू सोरेन भी मौजूद थे.
जेएमएम ने राज्य में नई सरकार के गठन के लिए 82 सदस्यीय विधानसभा में 43 विधायकों के साथ होने का दावा किया है. इनमें जेएममए के अलावा कांग्रेस, आरजेडी और निर्दलीय विधायक शामिल हैं.
गत 15 नवंबर 2000 को झारखंड के अलग राज्य बनने के बाद से राज्य ने आठ सरकारें और चार मुख्यमंत्री देखे हैं. बाबू लाल मरांडी (नवंबर 2000 से मार्च 2003), अर्जुन मुंडा (2003, 2005, 2010), शिबू सोरेन (2005, 2008, 2009) और मधु कोड़ा (2006) अब तक मुख्यमंत्री रहे हैं.
कांग्रेस नेता और राज्य के पूर्व उप मुख्यमंत्री स्टीफन मरांडी ने कहा, ‘झारखंड में राजनैतिक अस्थिरता छोटे दलों और निर्दलीयों में निहित है, जो छोटे मुद्दों पर चुनाव जीतकर सरकार गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.’ मरांडी ने कहा, ‘विधानसभा की कम संख्या में सीटें होने से भी राजनैतिक स्थिरता प्रभावित हुई है.’ मरांडी 2009 के विधानसभा चुनाव में हेमंत सोरेन से दुमका से चुनाव हार गए थे.