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हॉस्टल फीस बढ़ोतरी के खिलाफ JNUSU जाएगी दिल्ली हाई कोर्ट

जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स यूनियन (JNUSU) आज दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दाखिल कर बढ़ी हुई हॉस्टल फीस को चुनौती दे रहा है. स्टूडेंट्स यूनियन अपनी याचिका में मांग करेगा कि हॉस्टल की बढ़ाई गई फीस को रद्द किया जाए. JNUSU की अध्यक्ष आइशी घोष के मुताबिक याचिका आज ही दाखिल हो जाएगी.

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फीस बढ़ोतरी का विरोध
फीस बढ़ोतरी का विरोध

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  • फीस बढ़तरी के खिलाफ HC में याचिका
  • जेएनयू में कई महीनों से जारी विरोध

जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स यूनियन (JNUSU) आज दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दाखिल कर बढ़ी हुई हॉस्टल फीस को चुनौती दे रहा है. स्टूडेंट्स यूनियन अपनी याचिका में मांग करेगा कि हॉस्टल की बढ़ाई गई फीस को रद्द किया जाए. JNUSU की अध्यक्ष आइशी घोष के मुताबिक याचिका आज ही दाखिल हो जाएगी.

रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया प्रभावित

जेएनयू में फीस बढ़ोतरी को लेकर कई महीनों से आंदोलन चल रहा है और इस बाबत मानव संसाधन मंत्रालय के अधिकारियों से भी छात्र संघ के सदस्यों की मुलाकात हुई थी. हालांकि यह बातचीत बेनतीजा रही और छात्र अब भी फीस बढ़ोतरी को लेकर आंदोलन चला रहे हैं. इसके विरोध में सेमेस्टर के लिए होने वाली रजिस्ट्रेशन की तारीख भी बढ़ाने पड़ी क्योंकि छात्र फीस कम होने तक रजिस्टेशन के लिए तैयार नहीं थे. जेएनयू में रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया 9 फरवरी तक चलेगी.

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रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को रोकने के लिए कुछ छात्रों ने कैंपस का सर्वर भी डाउन कर दिया था और उस पर कब्जा करने का आरोप भी लगा. इसी के बाद जेएनयू में 5 जनवरी को हिंसा हुई थी, तब से ही फीस बढ़ोतर का विरोध और तेज हो गया है. इस विवाद के बीच भी JNU में नए सेमेस्टर के लिए रजिस्ट्रेशन जारी रहा. हालांकि अब भी सभी छात्र अपना रजिस्ट्रेशन नहीं कर पाए हैं.

जेएनूय में कितनी बढ़ी फीस

जेएनयू को देश की सबसे प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी माना जाता है. कैंपस में रूम रेंट 3000 फीसदी तक बढ़ा दिया था, जिसके बाद जेएनयू के छात्रों ने विरोध प्रदर्शन शुरू किया था. जेएनयू की ईसी बैठक में तय किया गया है कि ईडब्ल्यूएस (इकोनॉमिक वीकर सेक्शन) यानी निम्न आय वर्ग परिवारों से आने वाले छात्रों को अलग से आर्थिक रूप से मदद दी जाएगी. हालांकि छात्र और यूनिवर्सिटी प्रशासन के बीच अब तक इस मसले पर सहमति नहीं बन पाई है.

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