देश के दो बड़े विश्वविद्यालयों में हुई हिंसा के मुद्दे पर दिल्ली पुलिस के कमिश्नर अमूल्य पटनायक और केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला को संसद की स्टैंडिंग कमेटी के सामने पेश होने को कहा गया है. 13 जनवरी को दो अधिकारी संसद की स्टैंडिंग कमेटी के सामने पेश होंगे.
दिल्ली पुलिस कमिश्नर की पेशी
कांग्रेस नेता आनंद शर्मा स्टैंडिंग कमेटी के अध्यक्ष हैं. दोनों वरिष्ठ अधिकारियों के साथ स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य 'दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में बढ़ते अपराध' और उसके अलग अलग आयामों पर चर्चा करेंगे. बता दें कि दिल्ली पुलिस गृह मंत्रालय के अंतर्गत काम करती है. स्टैंडिंग कमेटी में 31 सदस्य हैं, इसमें 21 लोकसभा से हैं जबकि 10 सदस्य राज्यसभा से हैं.
दिल्ली में लगातार प्रदर्शन
सूत्रों के मुताबिक स्टैंडिंग कमेटी के सदस्यों ने कहा है कि वे दिल्ली पुलिस और गृह मंत्रालय से नागरिकता संशोधन कानून के विरोध के दौरान जामिया मिल्लिया इस्लामिया में हुई हिंसा और 5 जनवरी को जेएनयू छात्रों पर नकाबपोश बदमाशों द्वारा किये गए हमले के बारे में जानकारी लेगी. बता दें कि दिल्ली पुलिस ने जेएनयू पर हमला करने वाले नकाबपोश बदमाशों की अबतक पहचान नहीं की है.
बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में प्रदर्शन के दौरान जामिया में बड़े पैमाने पर हिंसा हुई थी. इस दौरान बसों और बाइक में आग लगा दी गई थी. दिल्ली पुलिस आग लगाने वालों की पहचान कर रही है. इसके अलावा हिंसा पर काबू करने की कोशिश में दिल्ली पुलिस को यूनिवर्सिटी कैंपस में प्रवेश करना पड़ा था. माना जा रहा है कि स्टैंडिंग कमेटी इन मुद्दों पर दिल्ली से सवाल जवाब कर सकती है.
जामिया मुद्दा अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि जेएनयू में नकाबपोश बदमाशों ने छात्रों की बेहरमी से पिटाई कर दी. इसके बाद दिल्ली पुलिस छात्रों और विपक्ष के निशाने पर आ गई थी.