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रावण की जगह JNU में फूंका गया पीएम मोदी-अमित शाह का पुतला, NSUI भेजेगा नोटिस

जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में छात्र संगठन एनएसयूआई की जेएनयू यूनिट द्वारा दशहरा पर रावण की जगह प्रधानमंत्री का पुतला जलाने को लेकर एनएसयूआई ने कड़ा रुख इख्तियार किया है. छात्र संगठन ने जेएनयू विंग को कारण बताओ नोटिस जारी करने का फैसला लिया है.

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दशहरा पर फूंका गया पीएम मोदी का पुतला
दशहरा पर फूंका गया पीएम मोदी का पुतला

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जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में छात्र संगठन एनएसयूआई की जेएनयू यूनिट द्वारा दशहरा पर रावण की जगह प्रधानमंत्री का पुतला जलाने को लेकर एनएसयूआई ने कड़ा रुख इख्तियार किया है. छात्र संगठन ने जेएनयू विंग को कारण बताओ नोटिस जारी करने का फैसला लिया है. जेएनयू में पीएम का पुतला जलाए जाने को एनएसयूआई ने छात्र संगठन द्वारा नैतिक संहिता का उल्लंघन बताया है.

एनएसयूआई के अध्यक्ष का कहना है कि हम किसी के भी पुतले को जलाए जाने के खिलाफ हैं. हालांकि छात्रों की ये हरकत देश के युवाओं के बीच अशांति को दर्शाती है.

जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में कांग्रेस समर्थित छात्र संगठन एनएसयूआई के कुछ छात्रों ने मंगलवार की रात दशहरा पर रावण की जगह कथित तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह और योग गुरु बाबा रामदेव समेत उनके तमाम सहयोगियों का पुतला फूंका. इतना ही नहीं इस घटना का वीडियो बना इसे फेसबुक पर भी पोस्ट कर दिया गया है.

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जेएनयू में एनसयूआई के एक छात्रनेता ने बताया कि, 'हां, जेएनयू की एनएसयूआई यूनिट ने रावण की जगह मोदी, अमित शाह और रामदेव समेत कई बीजेपी नेताओं का पुतला जलाया है.'

छात्रों ने कहा, 'हमारा यह विरोध प्रदर्शन वर्तमान सरकार से हमारे गहरे असंतोष को दर्शाने का जरिया है.' रावण की तरह पीएम मोदी का पुतला फूंकते हुए छात्रों ने कार्ड पर नारा लिखा था, 'बुराई पर सत्‍य की जीत होकर रहेगी.'

बीजेपी, RSS के नेताओं का पुतला भी जला
रावण के 10 सिरों में से एक पर पीएम मोदी का और अन्य सिरों पर बीजेपी अध्‍यक्ष अमित शाह , नाथूराम गोडसे, योग गुरु बाबा रामदेव, साध्‍वी प्रज्ञा, आसाराम बापू और जेएनयू के वीसी एम जगदीश समेत अन्‍य बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के नेताओं के चेहरे लगाए गए थे.

गोरक्षा के मुद्दे को लेकर जताया गया विरोध
जेएनयू की एनएसयूआई के अध्यक्ष सनी धीमान का कहना है कि हमारा ये विरोध प्रदर्शन गौरक्षा के नाम पर यूथ फोरम फॉर डिस्‍कशंस एंड वेलफेयर एक्टिविटीज (YFDA) को निशाना बनाने के खिलाफ है. यह प्रदर्शन गौ रक्षा के नाम पर मुस्लिमों और दलितों पर अत्‍याचारों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे YFDA के सदस्यों को नोटिस जारी करने के जेएनयू प्रशासन के फैसले के खिलाफ था.

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जेएनयू का फैशन है ऐसा करना
माइनॉरिटी अफेयर्स मिनिस्टर मुख्तार अब्बास नकवी का कहना है कि जेएनयू में इस तरीके की गतिविधियां करने का एक फैशन सा बन गया है जब पूरा देश आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एकजुट है. वहीं जेएनयू के कुछ छात्र ऐसे लोगों का पुतला फूंक रहे हैं जो आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं.

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