जोधपुर पुलिस ने नाबालिग से यौन शोषण के आरोपी आसाराम बापू को 30 अगस्त तक पेशी का समन दिया है. समन सौंपने के बाद पुलिस ने बताया कि आसाराम ने जांच में सहयोग देने का भरोसा दिया है.
इस बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भी आसाराम के खिलाफ शिकायतों पर तीन राज्यों से रिपोर्ट मांगी है. ये राज्य हैं- दिल्ली, राजस्थान और मध्यप्रदेश.
अहमदाबाद में प्रतिनिधि को दिया था समन
इंदौर से पहले अहमदाबाद में भी पुलिस आसाराम का समन उनके एक प्रतिनिधि को सौंप चुकी है. जोधपुर के पुलिस उपायुक्त अजय पाल लाम्बा ने अहमदाबाद में कहा, 'हमने आसाराम को समन जारी किया है और उनसे समन मिलने के चार दिन के अंदर बयान दर्ज करने के लिए हमारे सामने पेश होने को कहा है.'
उन्होंने बताया, 'हमने अहमदाबाद में आसाराम के प्रतिनिधि को आश्रम से स्थानीय थाने में बुलाया और समन तामील किया.' उन्होंने कहा, ‘प्राथमिक जांच के बाद यह साबित हुआ कि लड़की के आरोप प्रथम दृष्टया सही हैं.' लांबा ने कहा कि 16 साल की लड़की ने उन पर जो आरोप लगाए, उस सिलसिले में उन्हें अपना पक्ष रखने के लिए मौका दिया जा रहा है.
शरद यादव ने की कड़ी सजा की मांग
सोमवार को लोकसभा में भी आसाराम के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई. कुछ सदस्यों ने तो उन्हें फांसी तक देने की मांग की. सदन में शून्यकाल के दौरान जब मुंबई गैंगरेप मामले की जांच की प्रगति को लेकर चर्चा चल रही थी, आसाराम बापू का मुद्दा भी उठा.
मुंबई गैंगरेप पर गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे के बयान के बाद; जेडीयू अध्यक्ष शरद यादव ने शिंदे से कहा, 'एक साधु है जो तमाशा कर रहा है. क्यों नहीं उसे बंद किया जाता. आपने इस मामले में क्या किया? एक लड़की ने उसके खिलाफ बलात्कार का आरोप लगाया है. उसे सजा देने से कड़ा संदेश जाएगा. मंत्री इस बारे में क्यों नहीं बोलते. एक मामले में बोलेंगे और दूसरे में नहीं, ऐसा कैसे चलेगा.'