जोधपुर के मेहराणगढ़ किले के चमुंडा देवी मंगलवार अहले सुबह मची भगदड़ में 197 लोगों की मौत हो गई है.
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मंदिर के अंदर से और लोगों को निकाला जा रहा है, जिससे मरने वालों की संख्या में वृद्धि हो सकती है. घायलों को शहर के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. घायलों का इलाज दो सरकारी अस्पतालों के अलावा कुछ निजी अस्पतालों में भी चल रहा है. घायलों की संख्या को लेकर जानकारी नहीं मिल रही है. हालांकि, 150 लोगों के घायल बताए जा रहे हैं, जिनका इलाज जोधपुर के सरकारी अस्पताल में हो रहा है.
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे जोधपुर सरकारी अस्पताल में घायलों को देखने पहुंची. इसके बाद उन्होंने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये देने की घोषणा की. राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी घायलों को देखने अस्पताल पहुंचे.
राजे मंगलवार को बांसवाड़ा के त्रिपुरा सुंदरी मंदिर में पूजा कर अपने चुनावी अभियान का शुरुआत करने वाली थी, जिसे इस घटना के बाद टाल दिया गया.
संयोग से यह घटना नवरात्र के पहले दिन हुई, इस दिन इस 500 साल पुराने मंदिर में हजारों श्रद्धालु आते हैं. जोधपुर के राजा महाराज गज सिंह के मेहराणगढ़ संग्राहलय ट्रस्ट द्वारा संचालित इस मंदिर में त्योहारों के दौरान श्रद्धालुओं को प्रतिदिन मुफ्त प्रवेश दिया जाता है.