बिहार में महागठबंधन टूटने और लालू प्रसाद यादव के जेल जाने के बावजूद राष्ट्रीय जनता दल का जादू कम नहीं हुआ है. आज आए जोकीहाट विधानसभा उपचुनाव के नतीजे तो कम से कम यही इशारा करते हैं. जोकीहाट की सीट सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड के पास थी लेकिन अब इसपर 40 हजार से ज्यादा वोटों के अंतर से आरजेडी ने कब्जा कर लिया है. नतीजों से उत्साहित तेजस्वी यादव ने एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला है.
जोकीहाट में मुख्य मुकाबला आरजेडी के शाहनवाज आलम और जेडीयू के मुर्शीद आलम के बीच था. जेडीयू विधायक सरफराज आलम ने इस सीट से इस्तीफा देकर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) का दामन थाम लिया था और फिर उनके अररिया से सांसद चुने जाने के बाद यह सीट खाली हो गई थी. शाहनवाज आलम सरफराज आलम के ही भाई हैं.
महागठबंधन टूटने के बाद आरजेडी मजबूत
जेडीयू-आरजेडी और कांग्रेस का महागठबंधन टूटने के बाद राज्य की एक लोकसभा और 2 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए हैं. इनमें से एक लोकसभा और एक विधानसभा की सीट आरजेडी को मिली जबकि एक सीट पर बीजेपी ने जीत दर्ज की. जोकीहाट के नतीजों से साफ है कि सत्तारूढ़ बीजेपी-जेडीयू गठबंधन आरजेडी-कांग्रेस का सामना नहीं कर सका.
नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री बनने के बाद 2005 से जेडीयू ने लगातार चार बार जोकीहाट सीट जीती है लेकिन इस बार सत्ताधारी दल को मुंह की खानी पड़ी. ये तब हुआ जब पार्टी ने जीत के लिए कोई कोर-कसर बाकी नहीं रखी और इस सीट को प्रतिष्ठा की लड़ाई में तब्दील कर दिया गया.
जेल में लालू, मगर जलवा कायम
आरजेडी की जीत से साफ है कि सुप्रीमो लालू यादव के जेल जाने के बाद भी पार्टी का जलवा बरकरार है. तेजस्वी यादव का कद इस जीत से बढ़ेगा. बिहार में बीजेपी-जेडीयू को हराने का फायदा लोकसभा चुनाव के लिए तैयार हो रहे विपक्षी गठबंधन को भी मिलेगा और गठबंधन के भीतर भी तेजस्वी की स्थिति मजबूत होगी.
केंद्र के मोर्चे पर जब विपक्ष बीजेपी के खिलाफ एकजुट हो रहा है तब हर क्षेत्रीय दल की भूमिका अहम हो जाएगी. इनमें से जो भी दल अपने-अपने राज्य में बीजेपी को कड़ी टक्कर देने की स्थिति में होगा, उसकी स्थिति मजबूत होगी. इस लिहाज से तेजस्वी के लिए ये जीत एक अच्छी खबर है जबकि नीतीश कुमार के लिए बड़ा झटका.
तेजस्वी कह भी रहे हैं कि उपचुनाव में जेडीयू-बीजेपी गठबंधन को जो वोट मिला है वो करीब उतना ही है जितना लोकसभा चुनाव में बीजेपी को अकेले इस सीट से मिला था. ऐसे में नीतीश का जनाधार खत्म हो चुका है.