लश्कर-ए-तय्यबा के बम विशेषज्ञ आतंकी अब्दुल करीम टुंडा के तीन सहयोगियों को 28 अक्टूबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
टुंडा के सहायक अलाउद्दीन, मोहम्मद बशीरूद्दीन और मोहम्मद जकारिया को उनकी न्यायिक हिरासत की अवधि समाप्त होने के बाद सोमवार को अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश दया प्रकाश के सामने पेश किया गया था. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आग्रह किया कि तीनों की हिरासत की अवधि बढायी जाए, क्योंकि मामले की जांच जारी है.
अदालत ने पुलिस का आग्रह स्वीकार कर लिया और उनकी न्यायिक हिरासत की अवधि 14 दिन बढा़ते हुए उन्हें 28 अक्टूबर तक हिरासत में रखने का आदेश दिया.
स्पेशल सेल ने इससे पूर्व दावा किया था कि अलाउद्दीन और बशीरूद्दीन की प्रतिबंधित संगठन लश्कर-ए-तय्यबा में शामिल होने से पूर्व टुंडा के ससुर जकारिया के जरिये वर्ष 1994 में टुंडा से मुलाकात हुई थी.
तीनों पर आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त पाकिस्तानी और बांग्लादेशी नागरिकों को वर्ष 1997 में भारत में घुसपैठ करने में मदद करने का आरोप है.