कोलकाता उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश सी एस कर्णन ने मंगलवार को नए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के पदभार संभालते हुए खुद को मिली छह महीने की सजा रद्द करने का अनुरोध किया है. गौरतलब है कि कर्णन खुद को दलित होने के चलते प्रताड़ित किए जाने का आरोप लगाते रहे हैं और नए राष्ट्रपति कोविंद भी दलित हैं.
पूर्व न्यायाधीश कर्णन ने अपने वकील मैथ्यू जे नेदुमपारा के जरिये कोविंद को ज्ञापन भेजा. नेदुमपारा ने बताया कि कर्णन का एक ज्ञापन आज राष्ट्रपति के कार्यालय में दिया गया जिसमें उन्हें सुनाई गई छह महीने की जेल की सजा रद्द करने की मांग की गई है.
नेदुमपारा ने कहा कि हम जितनी जल्दी हो सके इस मामले में राष्ट्रपति से सुनवाई चाहते हैं. हम राष्ट्रपति के दफ्तर के संपर्क में हैं. ये ज्ञापन संविधान के अनुच्छेद 72 के तहत दिया गया है.