2013 के आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले की जांच कर रही जस्टिस मुदगल कमेटी ने गुरुनाथ मयप्पन को सट्टेबाजी का दोषी पाया है. कमेटी ने अपनी जांच रिपोर्ट सोमवार को सुप्रीम कोर्ट को सौंप दी. सुप्रीम कोर्ट ने आईपीएल पर रोक से इनकार कर दिया है.
जस्टिस मुद्गल कमेटी की रिपोर्ट में मयप्पन को चेन्नई सुपरकिंग्स का अधिकारी माना गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि मयप्पन टीम की जानकारी लीक करता था. मयप्पन बीसीसीआई के प्रेसिडेंट एन श्रीनिवासन का दामाद है.
जस्टिस मुद्गल ने 'आज तक' से बातचीत में कहा कि मयप्पन सट्टेबाजी का दोषी है. उन्होंने कहा कि राजस्थान रॉयल्स के खिलाड़ी अंकित चव्हाण, श्रीशांत और अजित चंदीला भी सट्टेबाजी में शामिल हैं.
स्पॉट फिक्सिंग मामले की जांच के लिए पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस मुकुल मुद्गल की अगुवाई में जांच कमेटी का गठन किया गया था. कमेटी ने जांच के दौरान राजस्थान रायल्स के तीन खिलाड़ियों के अलावा सट्टेबाजी में घिरे कई लोगों से भी पूछताछ की है.
मुद्गल रिपोर्ट में कहा गया है, 'मयप्पन के खिलाफ सट्टा लगाने और सूचना मुहैया कराने का आरोप साबित होते हैं. फिक्सिंग के आरोपों की और जांच की जरूरत है. मयप्पन चेन्नई सुपर किंग्स का चेहरा थे.'
रिपोर्ट में एन श्रीनिवासन के इस तर्क को खारिज किया गया है कि वह केवल एक क्रिकेट समर्थक थे. रिपोर्ट में कहा गया है कि राजस्थान रॉयल्स के राज कुंद्रा के खिलाफ स्पॉट फिक्सिंग के आरोपों की और जांच की जरूरत है. कमेटी ने अदालत को बंद लिफाफे में जांच के दौरान सामने आए नाम दिए.
रिपोर्ट में कहा गया है कि बीसीसीआई भ्रष्टाचार और मैच फिक्सिंग के मामलों से निपटने के लिए रिटायर्ड सशस्त्र बल कर्मियों और पुलिस अधिकारियों की भर्ती करे.
कमेटी ने क्रिकेट को 'साफ सुथरा' खेल बनाने और स्पॉट व मैच फिक्सिंग की बुराई को रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट को 10 सूत्री सलाह दी. रिपोर्ट में इस बात का पक्ष लिया गया कि जाने माने खिलाड़ी जैसे- सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, सौरव गांगुली, वीवीएस लक्ष्मण, वेंकटेश प्रसाद, अनिल कुंबले फिक्सिंग की बुराई के बारे में युवा खिलाड़ियों को सलाह दें.