न्यायमूर्ति तीरथ सिंह ठाकुर देश के 43वें प्रधान न्यायाधीश बन गए हैं. उन्होंने गुरुवार को पद की शपथ ली. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने उन्हें पद की शपथ दिलाई. न्यायमूर्ति ठाकुर ने न्यायमूर्ति एच.एल. दत्तू का स्थान लिया है, जो दो दिसंबर को सेवानिवृत्त हो गए.
प्रधान न्यायाधीश के रूप में न्यायमूर्ति ठाकुर का कार्यकाल 13 माह का होगा. वह तीन जनवरी, 2017 को सेवानिवृत्त होंगे. शपथ-ग्रहण समारोह में उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद सहित अन्य राजनीतिक हस्तियां मौजूद थीं.
शपथ-ग्रहण समारोह में सर्वोच्च न्यायालय के कई अन्य पूर्व प्रधान न्यायाधीश भी मौजूद थे, जिनमें न्यायमूर्ति ए.एम. अहमदी, न्यायमूर्ति ए.एस. आनंद, न्यायमूर्ति के.जी. बालाकृष्णन, न्यायमूर्ति एस.एच. कपाड़िया तथा न्यायमूर्ति आर.एम. लोढ़ा शामिल हैं.
-IANS