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अरुणाचल के पूर्व राज्यपाल का खुलासा, कलिखो पुल के 'सीक्रेट नोट्स' ला देंगे राजनीति में भूचाल

राजखोवा ने कहा कि उन्होंने ये नोट्स नहीं देखे हैं. जुलाई में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद कलिखो पुल को मुख्यमंत्री पद से हटना पड़ा था. 9 अगस्त को अपने ईटानगर घर में वो मृतक पाए गए थे.

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कलिखो पुल
कलिखो पुल

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अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल के पद से इस्तीफा देने के बाद ज्योति प्रसाद राजखोवा ने यह कहकर सबको चौंका दिया है कि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कलिखो पुल सुसाइड से पहले कुछ ऐसे 'सीक्रेट नोट्स' छोड़ गए हैं, जो कि भारतीय राजनीति में भूचाल ला सकते हैं.

'इंडियन एक्सप्रेस' की खबर के मुताबिक, ये 'सीक्रेट नोट्स' 60 पन्नों के हैं. हालांकि राजखोवा ने कहा कि उन्होंने ये नोट्स नहीं देखे हैं. जुलाई में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद कलिखो पुल को मुख्यमंत्री पद से हटना पड़ा था. 9 अगस्त को अपने ईटानगर घर में वो मृतक पाए गए थे.

राजखोवा ने ये भी बताया कि वो पुल की मौत की सीबीआई जांच चाहते थे. पुल ने सुसाइड से पहले 60 पन्नों का एक पत्र लिखा, जिसे उन्होंने 'मेरे विचार' नाम दिया. उसकी चार कॉपियां मिली थी, जिन्हें पुलिस को सौंप दिया गया. राजखोवा ने कहा कि कई लोगों के पास उन पत्रों को देखने का मौका था. अगर वो सामने आते हैं तो, वे पत्र कई चीजों का खुलासा करेंगे.

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पुल के पत्र में काफी कुछ है. पुल ने लिखा कि कैसे उनके साथियों ने उन्हें धोखा दिया. उन्होंने भ्रष्टाचार को लेकर भी लिखा. पुल ने कई राजनेताओं के बारे में लिखा, जिनका बैकग्राउंड मजबूत नहीं था, लेकिन अब वो करोड़पति बन गए. राजखोवा ने पुल की मौत की जांच को लेकर भी सवाल उठाए हैं.

47 साल के कलिखो का शव पंखे से लटका हुआ मिला था. उनके पास से एक डायरी मिली थी. पुल की तीन में से एक पत्नी ने उन्हें सुबह लटका हुआ पाया था. उनकी तीन पत्नियां और चार बच्चे थे. कलिखो पुल साढ़े चार महीने तक अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे थे. कालिखो पुल कांग्रेस से बगावत कर फरवरी 2016 में भारतीय जनता पार्टी के समर्थन से अरुणाचल प्रदेश के नौवें मुख्यमंत्री बने थे, लेकिन सर्वोच्च न्यायालय के जुलाई में आए आदेश के बाद उन्हें पद से हटना पड़ा था. जुलाई में उच्चतम न्यायालय ने नबाम तुकी की वापस बहाली कर दी थी.

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