विधानसभा चुनावों में शानदार जीत से उत्साहित तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव गैर- कांग्रेस और गैर- बीजेपी दलों के साथ मिलाकर 'फेडरल फ्रंट' बनाने की कोशिश में जुट गए हैं. इस कड़ी में उन्होंने ओडिशा के मुख्यमंत्री और बीजेडी अध्यक्ष नवीन पटनायक से मुलाकत के बाद बाद अब सोमवार को टीएमसी प्रमुख पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ मुलाकात कर 'फेडरल फ्रंट' पर चर्चा करेंगे.
ममता बनर्जी के साथ केसीआर की ये दूसरी मुलाकात है. इससे पहले दोनों नेताओं की मुलाकात मार्च के महीने बैठक हुई थी. केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ 2019 में तीसरा मोर्चा बनाने को लेकर कवायद की थी. अब एक बार फिर केसीआर सक्रिय हुए हैं. वो नवीन पटनायक, ममता बनर्जी, बसपा प्रमुख मायावती और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ मिलकर 'फेडरल फ्रंट' बनाना की कोशिश में है.
ये चारों दल ऐसे हैं जो न कांग्रेस के नेतृत्व वाले महागठबंधन के साथ हैं और न ही एनडीए के साथ. ऐसे में अगर केसीआर की कोशिश रंग लाती है और ये सभी दल मिलकर चुनावी मैदान में उतरते हैं तो तो महागठबंधन के लिए विपक्ष में एक बड़ा झटका होगा. इसके अलावा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के पीएम उम्मीदवार की दावेदारी पर संकट खड़े हो सकते हैं.
वहीं, दूसरी और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री व टीडीपी के अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात थी. इस दौरान दोनों नेताओं ने मोदी सरकार के खिलाफ जाने एकजुट होने की बात कही थी. नायडू पूरे विपक्ष को बीजेपी के खिलाफ एकजुट करने में लगे हैं.
ऐसे में ये अब देखना दिलचस्प होगा कि केसीआर और नायडू की कोशिशों में ममता किसके साथ खड़ी होती हैं. हाल ही के तेलंगाना विधानसभा चुनाव में नायडू ने कांग्रेस के साथ मिलकर केसीआर के खिलाफ मैदान में उतरे थे.