अलग तेलंगाना राज्य के गठन को केंद्रीय मंत्रिमंडल से मंजूरी मिलते ही सियासत में भूचाल आ गया है. सरकार के इस निर्णय के विरोध में केंद्रीय पर्यटन मंत्री चिरंजीवी ने इस्तीफा दे दिया है.
तेलंगाना के गठन के विरोध में मानव संसाधन विकास मंत्री पल्लम राजू ने भी अपने इस्तीफे की पेशकश की है. इतना ही नहीं, कांग्रेस के 2 सांसदों ने विरोध जताते हुए पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. ये कांग्रेसी सांसद हैं अनंत रेड्डी और वी अरुण कुमार. विरोध और इस्तीफे का यह सिलसिला आगे भी जारी रहने के पूरे आसार हैं.
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने गुरुवार को ही अलग तेलंगाना राज्य के गठन को मंजूरी दी है. यह नया प्रदेश आंध्र प्रदेश को विभाजित कर गठित किया जाएगा.
इससे पहले, केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने मंत्रिमंडल की बैठक के बाद संवाददाताओं को बताया कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की बैठक हुई. शिंदे ने कहा, 'मंत्रिमंडल ने आंध्र प्रदेश का विभाजन कर अलग तेलंगाना राज्य के गठन को मंजूरी दे दी.'
शिंदे ने कहा कि मंत्रियों का एक समूह भारतीय संघ में 29वें राज्य के गठन के संबंध में तौर-तरीकों पर अध्ययन करेगा. उन्होंने कहा कि हैदराबाद शहर अगले 10 वर्षों तक दोनों प्रदेशों- आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की राजधानी बना रहेगा.
गौरतलब है कि कांग्रेस कार्य समिति ने 30 जुलाई को आंध्र प्रदेश को विभाजित कर अलग तेलंगाना राज्य गठित करने का निर्णय लिया था. इस निर्णय के विरोध में सीमांध्र (रायलसीमा और तटवर्ती आंध्र प्रदेश) में तेज विरोध शुरू हो गया. सीमांध्र में सरकारी कर्मचारी 13 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर थे और केंद्र सरकार से आंध्र प्रदेश को विभाजित करने वाला निर्णय वापस लेने की मांग कर रहे थे.