राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने बुधवार को केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के पूर्व प्रमुख के. वी. चौधरी को केंद्रीय सतर्कता आयुक्त (सीवीसी) के पद की शपथ दिलाई. वरिष्ठ सूचना आयुक्त विजय शर्मा को राष्ट्रपति ने मुख्य सूचना आयुक्त के पद की शपथ दिलाई. चौधरी और शर्मा ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में पद की शपथ ली.
कार्मिक विभाग के अनुसार, भारतीय राजस्व सेवा के 1978 बैच के अधिकारी चौधरी की नियुक्ति उनके पदभार ग्रहण करने की तिथि से चार वर्ष के लिए या 65 वर्ष की आयु पूरी होने तक के लिए की गई. मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से काफी समय से ये दोनों ही पद खाली थे. इन दोनों पदों के खाली होने के कारण अब तक आप और कांग्रेस मोदी सरकार को निशाना बनाते थे.
गौरतलब है कि आप से निष्कासित प्रशांत भूषण ने सीवीसी प्रमुख के तौर पर के वी चौधरी के नाम की चर्चा होने पर कड़ी आपत्ति जताई थी. उन्होंने कहा था कि दब्बू व्यक्ति को सीवीसी का प्रमुख बनाने के लिए कांग्रेस और भाजपा में सहमति बन गई है ताकि वे सीवीसी को बर्बाद कर दें. वहीं राम जेठमलानी ने भी के वी चौधरी की सीवीसी के तौर पर नियुक्ति का विरोध किया है. उन्होंने इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने की धमकी दी है.