कैलाश मानसरोवर की दुर्गम यात्रा पर निकले तीर्थयात्रियों के परिवारवाले सदमे में हैं क्योंकि इस बार यात्रा के दौरान 10 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई है.
खबरों के मुताबिक जिन दस यात्रियों की मौत हुई है वो सभी भारतीय हैं. बताया जा रहा है कि मारे गए सभी श्रद्धालुओं की उम्र 60 के ऊपर है और ये सभी बैंगलोर, चेन्नई और लखनऊ से कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर निकले थे. कहा जा रहा है कि तिब्बत से कैलाश पर्वत की चढ़ाई के दौरान ऊंचाई पर तबीतय खराब होने के कारण इन श्रद्धालुओं की मौत हुई.
इस बीच इस घटना में मारे गए एक तीर्थयात्री की पहचान दामोदर दास अग्रवाल के रूप में हुई है, जो वाराणसी के रहनेवाले हैं. खबरें ये भी हैं कि नेपाल के रास्ते कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर निकले करीब 100 तीर्थयात्री नेपाल- तिब्बत सीमा पर टकलाकोट के पास अब भी फंसे हुए हैं. ऊंचाई पर फंसे इन यात्रियों को फिलहाल राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है क्योंकि स्थानीय जनता के प्रदर्शन के कारण नेपाल के सिमिकोट तक की हवाई सेवाएं ठप पड़ी हुई हैं.
कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर निकले श्रद्धालुओं के रास्ते में फंसे होने का मुद्दा मंगलवार को संसद में भी गूंजा. बीजेपी ने केंद्र सरकार से सभी तीर्थयात्रियों की सुरक्षित घर वापसी के लिए चीन और नेपाल सरकार से बातचीत करने की मांग की.