उत्तराखंड में भारी बारिश के बीच पारंपरिक लिपुलेख मार्ग पर कैलाश मानसरोवर यात्रा रोक दी गई है. यात्रा के लिए सोमवार को 18वें जत्थे को नई दिल्ली से रवाना होना था, लेकिन उन्हें रोक दिया गया और मौसम में सुधार होने के बाद ही यात्रा शुरू करने को कहा गया. इस मार्ग पर पहले से मौजूद श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थानों पर रोका गया है.
गौरतलब है कि भारी बारिश के कारण उत्तराखंड जगह-जगह हो रहे भूस्खलन ने लोगों की परेशानी को बढ़ा दी है. वहीं प्रदेश में बाढ़ के चपेट में आकर कई पुल बह गए हैं. कई जगह बादल फटने के बाद कोहराम मचा हुआ है तो कई जगह भूस्खलन से पहाड़ टूट कर सड़कों पर गिर रहे हैं.
बीती रात उत्तरकाशी में बादल फटने की घटना हुई जिसमें 17 लोगों की मौत हो गई. इधर, रामनगर-बुआखाल नेशनल हाईवे-121 पर धनगढ़ी नाला सड़क के ऊपर से बहने लगा, जिसके कारण 5 घंटे तक सड़क पर यातायात बाधित रहा.
बता दें कि पिथौरागढ़ जिले में तवाघाट-नारायण आश्रम समेत अल्मोड़ा में 8, बागेश्वर में 5, चंपावत में 6 सड़कें बंद हैं. हालांकि, अभी इस बात की जानकारी नहीं है कि कैलाश मानसरोवर यात्रा पर रोका गया दल आगे की यात्रा के लिए कब रवाना होगा.