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कमलेश तिवारी हत्या: SC में आरोपी की याचिका, बताया अपनी जान को खतरा

कमलेश तिवारी की हत्या के आरोपी अशफाक ने अपनी याचिका में कहा कि लखनऊ कोर्ट में पेश होने पर उसकी जान को खतरा है, लिहाजा लखनऊ में चल रहे ट्रायल को दिल्ली ट्रांसफर किया जाए.

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18 अक्टूबर को लखनऊ में कमलेश तिवारी की दो लोगों ने हत्या कर दी थी
18 अक्टूबर को लखनऊ में कमलेश तिवारी की दो लोगों ने हत्या कर दी थी

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  • 18 अक्टूबर को हुई थी कमलेश तिवारी की हत्या
  • पुलिस ने चार्जशीट में 13 लोगों पर लगाया आरोप

हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की हत्या का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. मामले से जुड़े एक आरोपी अशफाक ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल करके ट्रायल को लखनऊ से दिल्ली ट्रांसफर करने की अपील की है. इस मामले मएं सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को नोटिस जारी किया है.

आरोपी अशफाक ने अपनी याचिका में कहा कि लखनऊ कोर्ट में पेश होने पर उसकी जान को खतरा है, लिहाजा लखनऊ में चल रहे ट्रायल को दिल्ली ट्रांसफर किया जाए. 18 अक्टूबर को लखनऊ में कमलेश तिवारी की दो लोगों ने हत्या कर दी थी. मामले के मुख्य आरोपी अशफाक और मोइनुद्दीन उर्फ फरीद पठान को पुलिस ने गिरफ्तार किया था.

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13 लोगों पर आरोप

कमलेश तिवारी की हत्या में पुलिस ने 13 लोगों को हत्या और साजिश रचने का आरोपी बनाया गया है. मुख्य आरोपियों में अशफाक और मोईनुद्दीन को गुजरात एटीएस ने पकड़ा था. बाकी के आरोपी पठान, रशीद, फैजान, मोहसिन, सलीम, शेख आसिफ, कामरान, कैफी, नावेद, रईस और जाफर सादिक को बाद में पकड़ा गया था.

क्यों की गई थी कमलेश की हत्या

पिछले साल 18 अक्टूबर में लखनऊ में हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी की उसी के दफ्तर में गला रेत कर हत्या कर दी गई. कातिल भगवा कुर्ता और जींस पहन कर मिठाई का डब्बा लिए कमलेश के पास पहुंचे थे. उसी मिठाई के डिब्बे में चाकू, कट्टा भी था. जांच के बाद ये बात सामने आई कि कमलेश तिवारी के कत्ल के तार गुजरात से जुड़े थे. कमलेश तिवारी के एक आपत्तिजनक बयान की वजह से उन लोगों ने कमलेश का कत्ल किया था.

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