जानेमाने कन्नड़ विद्वान और शोधकर्ता एमएम कलबुर्गी के स्थानीय आवास पर रविवार को दो अज्ञात लोगों ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी. कलबुर्गी मूर्ति पूजा सहित विभिन्न मुद्दों पर अपने बेबाक बयानों से अक्सर विवाद पैदा कर देते थे. कर्नाटक के सीएम सिद्धरमैया ने कहा कि मामले में पूरी गंभीरता के साथ जांच चल रही है.
मुख्यमंत्री ने सोमवार को हुबली-धारवाड़ में अवकाश की घोषणा की है. सिटी के पुलिस आयुक्त रविंद्र प्रसाद ने बताया कि दो लोग एक दो पहिया वाहन पर आए और कलबुर्गी के घर का दरवाजा खटखटाया. जैसे ही दरवाजा खोला गया, उन्होंने कलबुर्गी के सिर और छाती में दो गोली मारी और इसके बाद फरार हो गए.
हम्पी कन्नड़ यूनिवर्सिटी के कुलपति रह चुके 77 साल के कलबुर्गी को सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने तुरंत दम तोड़ दिया .
जांच के लिए विशेष टीम का गठन
प्रसाद ने कहा कि हत्या की जांच के लिए विशेष टीम बनाई गई है और दोषियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा. फॉरेंसिक और फिंगर प्रिंट विशेषज्ञों को भी बुलाया गया है. यह पूछे जाने पर कि हत्या के पीछे क्या कोई निजी या अन्य कारण है, पुलिस आयुक्त ने कहा कि जांच से ही असल मकसद का खुलासा होगा.
केंद्रीय और राज्य साहित्य अकादमी पुरस्कारों के विजेता रह चुके कलबुर्गी मूर्ति पूजा के विरोधी थे. इसके अलावा वह विभिन्न मुद्दों पर अपनी राय से विवाद पैदा कर देते थे. उन्होंने एक बेहतर राज्यगान की भी वकालत की थी. कलबुर्गी की हत्या ने कन्नड़ साहित्यिक जगत को झकझोर कर रख दिया है.
-इनपुट भाषा से