हिंदुस्तानी क्रिकेट में सबसे बड़े जश्न का मौक़ा कपिल देव की कप्तानी में ही आया था जब ऑलराउंडर कपिल देव की अगुवाई में हिंदुस्तान ने 1983 में वर्ल्ड कप जीता था. राइट-आर्म पेस बॉलर कपिल अपने बेहतरीन बॉलिंग एक्शन और आउट स्विंग के लिए जाने जाते हैं और अपने पूरे करियर में कपिल हिंदुस्तान के मेन स्ट्राइक बॉलर रहे. कपिल देव ने घरेलू क्रिकेट में हरियाणा क्रिकेट टीम की अगुवाई की और हरियाणा हरीकेन के नाम से मशहूर हुए. 1994 में क्रिकेट को अलविदा कहते वक्त कपिल के नाम टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज़्यादा विकेट लेने का वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज़ था.