नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा आर्थिक आधार पर गरीब सवर्णों को 10 फीसदी आरक्षण देने का फैसला किया गया है. इस फैसले को विपक्षी पार्टियों ने नरेंद्र मोदी का चुनावी जुमला करार दिया है. पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने मंगलवार को ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि नरेंद्र मोदी 10 फीसदी प्रधानमंत्री बन गए हैं.
कपिल सिब्बल ने ट्वीट किया, ‘गरीबी के आधार पर आरक्षण देना, दो करोड़ नौकरी देने के वादे से चूक जाना, मोदी जी सिर्फ 10 फीसदी प्रधानमंत्री बन गए हैं. कमल का हमला, एक और जुमला’
Reservations on the basis of poverty
Having failed to create 2cr jobs
Modiji has become the 10% Prime Minister
कमल का हमला
ऐक और जुमला
— Kapil Sibal (@KapilSibal) January 8, 2019
गौरतलब है कि सोमवार को जैसे ही मोदी कैबिनेट ने ये फैसला लिया, तभी से राजनीतिक प्रतिक्रियाएं आनी तेज हो गई थीं. कई राजनीतिक दलों ने इस फैसले का स्वागत तो किया, लेकिन इसे चुनावी स्टंट करार दिया.
कांग्रेस ने किया है समर्थन
कांग्रेस की ओर से भी आधिकारिक तौर पर इस फैसले का समर्थन किया गया. कांग्रेस ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि गरीबों के बच्चों को आरक्षण के लिए वह पूरा सहयोग और समर्थन करेगी, लेकिन नरेंद्र मोदी सरकार को यह जवाब देना होगा कि वह युवाओं को रोजगार कब देगी. हालांकि, कांग्रेस ने कहा कि कहीं ये सिर्फ एक चुनावी जुमला बनकर ना रह पाए.
दूसरी ओर कांग्रेस नेता और वरिष्ठ वकील केटीएस तुलसी ने मोदी सरकार के इस फैसले को मजाक बताया है. उन्होंने कहा कि ये लोग जनता को बेवकूफ बनाने का काम कर रहे हैं, इस बिल को ये पास भी नहीं करवा सकते हैं. उन्होंने कहा कि अगर कोई साधारण बिल पास नहीं हो पा रहा है तो फिर ये बिल कैसे पास हो पाएगा.
हार्दिक ने भी किया विरोध
पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने भी मोदी सरकार के इस फैसले को चुनावी जुमला करार दिया था. उन्होंने कहा था कि कई दिनों से संसद चल रही है, ऐसे में आखिरी दिन इस बिल को पेश करना सिर्फ एक नाटक ही है.