कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी चुनावी अभियान के तहत कर्नाटक के दौरे पर हैं. कर्नाटक में इसी साल अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव होने हैं. राहुल के दौरे का आज तीसरा दिन है. कांग्रेस अध्यक्ष ने कर्नाटक के रायचूर में दरगाह पर जाकर चादर चढ़ाया. इसके बाद उन्होंने रोड शो किया और पकौड़ा खाया.
कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच शुरू हुई 'पकौड़ा पॉलिटिक्स' की छाप कर्नाटक के विधानसभा चुनाव पर भी देखने को मिल रही है. कर्नाटक के दौरे पर पहुंचे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को रायचूर के कलमाला के एक गांव में रुककर न सिर्फ चाय पी, बल्कि पकौड़ा भी खाया. उनके साथ राज्य के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और मल्लिकार्जुन खड़गे सहित पार्टी के नेता मौजूद हैं.
Congress President Rahul Gandhi visited a Dargah in Raichur with #Karnataka CM Siddaramaiah; later conducted a roadshow pic.twitter.com/Kr6MfrKkOz
— ANI (@ANI) February 12, 2018
गुजरात से शुरू हुआ उनका मंदिर दौरा यहां भी जारी है. तीसरे दिन राहुल रोड शो, पब्लिक मीटिंग करेंगे और दरगाह जाएंगे.
राहुल सुबह 9.45-10 बजे बस से रायचूर के सर्किट हाउस से गुंज सर्कल के लिए निकलेंगे. 10 बजे रायचूर के गुंज सर्कल में स्वागत किया जाएगा. इसके बाद गुंज सर्कल से 10.45 बजे कलमाला (रायचूर) पहुंचेंगे, जहां पार्टी कार्यकर्ता उनका स्वागत करेंगे. साढ़े 11 बजे वो रायचूर जिले के गब्बूर में पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच होंगे.
राहुल गांधी रायचूर जिले के देवदुर्ग में दोपहर सवा बारह बजे जनजाति समुदाय की एक रैली को संबोधित करेंगे. वो देवदुर्ग में करीब एक घंटे तक रहेंगे. इसके बाद वो सीधे 1 बजकर 50 मिनट पर शाहपुर शहर और यदागिरि पहुंचेंगे, जहां उनका स्वागत कार्यक्रम किया जाएगा.
Congress President Rahul Gandhi continues on the second day of #JanaAashirwadaYatre #KarnatakaWithRahul pic.twitter.com/R3Z467gswb
— Congress (@INCIndia) February 11, 2018
राहुल 3 बजकर 20 मिनट पर गुलबर्गा जिले में जहेरी के स्पोर्ट्स स्टेडियम में पब्लिक मीटिंग करेंगे. इसके बाद सीधे 5 बजकर 20 मिनट पर गुलबर्गा जिले के कालबुर्गी में न्यूटन स्कूल के प्ले ग्राउंड में एक पब्लिक मीटिंग को संबोधित करेंगे. शाम साढ़े छह बजे राहुल गुलबर्गा में ख्वाजा बंदे नवाज की दरगाह पर जाएंगे.
बता दें कि अभी कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार है और राहुल की पूरी कोशिश है कि राज्य की सत्ता उनकी पार्टी के हाथ से फिसले नहीं. इसीलिए उन्होंने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. राहुल मंदिर से अपना दौरा शुरू करते हैं और फिर वो रोड शो में बदल जाता है.