आखिरकार 434 दिन के लंबे इंतजार के बाद कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी की सत्ता में वापसी हो गई और बीएस येदियुरप्पा चौथी बार मुख्यमंत्री बन गए. हालांकि राज्य के इस शीर्ष पद पर चौथी बार शपथ के लिए येदियुरप्पा को खासा संघर्ष करना पड़ा. देश के वर्तमान राजनीतिक घटनाक्रम में सबसे ज्यादा नाटक कर्नाटक की सियासत में देखी गई. फिलहाल राज्य की कमान एक बार फिर येदियुरप्पा के हाथों में आ गई है जिनके राजनीतिक जीवन में 9 अंक का बेहद अहम रोल रहा.
ज्योतिष और अंक शास्त्र में खासा विश्वास करने वाले बीएस येदियुरप्पा इस बार भी इसी के भरोसे अपने मुख्यमंत्रित्व कार्यकाल की शुरुआत कर रहे हैं. शपथ से पहले येदियुरप्पा जो अपने नाम की स्पेलिंग B.S. Yeddyurappa लिखते थे, लेकिन अब राज्यपाल वजुभाई वाला के पास सरकार बनाने के लिए भेजे गए दावा पत्र में उन्होंने स्पेलिंग में बदलाव करते हुए B.S. Yediyurappa लिख दिया. हालांकि वह पहले भी इसी नाम का इस्तेमाल करते रहे हैं.
येदियुरप्पा और 9 का अंक
बीएस येदियुरप्पा के लिए 9 का अंक बेहद खास रहा है. जानते हैं उनके राजनीतिक जीवन में 9 के अंक का योग.
- बीएस येदियुरप्पा का जन्म 27 फरवरी, 1943 को हुआ था. इस तरह के उनके जन्मदिन 27 को अलग-अलग कर जोड़ा जाए तो यह योग 9 बैठता है.
- 1972 में उन्होंने राजनीतिक जीवन में प्रवेश किया तब उनकी उम्र 29 साल थी. इस उम्र में भी 9 का अंक शामिल है.
- राजनीतिक जीवन में आने के महज 3 साल बाद ही देश में आपातकाल लग गया. इस दौरान विपक्ष के हर छोटे-बड़े नेताओं को जेल में डाल दिया गया जिसमें खुद येदियुरप्पा भी शामिल थे. वह राज्य के 2 जेलों शिवमोगा और बेल्लारी की जेलों में 45 दिन तक बंद रहे. इस तरह से 4 और 5 का योग भी 9 बनता है.
- मुख्यमंत्री बनने से पहले बीएस येदियुरप्पा डेढ़ साल तक राज्य के उपमुख्यमंत्री भी रहे. एचडी कुमारस्वामी के पहली बार मुख्यमंत्री बनने से समय येदियुरप्पा ने उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी. हालांकि उन्होंने इस पद पर 618 दिन पर रहने के बाद बदले राजनीतिक हालात में पद छोड़ दिया. यह साल 2007 था और उनका इस्तीफा देना लकी रहा क्योंकि इसी साल वो पहली बार मुख्यमंत्री भी बन गए. साल का योग करने पर अंक 9 ही होता है.
पहली बार सीएम पद की शपथ में भी 9 का अंक
- यह भी दिलचस्प है कि चौथी बार सीएम बने बीएस येदियुरप्पा ने राज्य के 25वें मुख्यमंत्री के रूप में 12 नवंबर 2007 को शपथ ली थी तो उन्होंने एचडी कुमारस्वामी को ही पद से हटाया था. उन्होंने साल 2007 में पहली बार शपथ ली थी जिसका योग भी 9 ही बैठता है. लेकिन सरकार महज 7 दिन ही चली क्योंकि वे बहुमत साबित नहीं कर सके और इसके बाद विधानसभा भंग कर दी गई.
- 2008 में राज्य में विधानसभा चुनाव कराया गया और बीजेपी उनकी अगुवाई में चुनाव जीतने में कामयाब रही. येदियुरप्पा शिवमोगा के शिकारपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में उतरे. हालांकि यह चुनाव बहुत कांटेदार रहा क्योंकि उनके सामने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और कद्दावर नेता रहे एस बंगारप्पा थे. बंगारप्पा को कांग्रेस और जेडीएस दोनों का समर्थन हासिल था, लेकिन येदियुरप्पा यह चुनाव 45 हजार मतों के अंतर से जीत गए. जीत के अंकों का योग 9 होता है. इसके साथ ही बीजेपी दक्षिण में पहली बार किसी राज्य में सत्ता में आई.
- बीएस येदियुरप्पा राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले 19वें नेता हैं और इसमें भी 9 अंक है.
2018 में सुबह 9 बजे शपथ
- चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने येदियुरप्पा (B.S. Yeddyurappa) ने इस बार नाम बदल लिया. 2007 तक अंग्रेजी के जिस अक्षरों (B.S. Yediyurappa) का इस्तेमाल वो करते थे, 12 साल बाद फिर से इसका इस्तेमाल शुरू कर दिया है. इस उम्मीद से उन्होंने नाम बदला कि शायद इस बार वो अपना कार्यकाल पूरा कर सके. पिछले 3 कार्यकाल के दौरान वह क्रमशः 7, 1101 (3 साल, 66 दिन) और 6 दिन ही मुख्यमंत्री रहे.
- 2018 में विधानसभा चुनाव के बाद जब राज्यपाल ने सबसे बड़ी पार्टी के रूप में बीजेपी को सरकार बनाने का न्योता दिया तो बीएस येदियुरप्पा तीसरी बार मुख्यमंत्री बने. उन्होंने इस पद का शपथ ग्रहण 17 मई की सुबह 9 बजे लिया, लेकिन उनकी सरकार बहुमत नहीं जुटा सकी और 6 दिन में ही गिर गई. 9 के अंक ने सत्ता तो दिलाई लेकिन स्थिर नहीं.
- 2019 में भी 9 का अंक बीएस येदियुरप्पा के लिए बेहद खास रहा क्योंकि 23 जुलाई को विधानसभा सदन में हुए फ्लोर टेस्ट में एचडी कुमारस्वामी की सरकार बहुमत हासिल नहीं कर सकी और 99 मत ही हासिल कर सकी जिससे उनकी सरकार गिर गई. विश्वास मत के विरोध में 105 जबकि सरकार के समर्थन में 99 मत पड़े और गठबंधन सरकार महज 6 मतों से पीछे रह गई जिससे कांग्रेस-जेडीएस की साझा सरकार गिर गई. 9 का अंक इसमें भी है.
- 26 जुलाई की शाम साढ़े 6 बजे (18:35 PM) बीएस येदियुरप्पा ने चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. इस शपथ में भी 9 का संयोग है. 24 घंटे के हिसाब से देखा जाए तो शाम के 6 बजे को 18वां घंटा माना जाता है. इसका योग 9 ही है.