कर्नाटक में येदियुरप्पा सरकार के इस्तीफे के बाद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन पर जमकर निशाना साधा. शाह ने कहा कि कर्नाटक की जनता ने कांग्रेस के खिलाफ जाकर वोट किया है और बीजेपी को सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते सरकार बनाने का पूरा हक था, इसी वजह से हमने दावा पेश किया.
अमित शाह ने कहा कि हमने कोई जोड़-तोड़ नहीं की है. अगर बहुमत परीक्षण से पहले कांग्रेस अपने विधायकों को होटल और स्वीमिंग पूल से बाहर छोड़ देती तो जनता ही उन्हें बता देती कि कहां वोट करना है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने विधायकों को विजयी जुलूस और जश्न मनाने का मौका तक नहीं दिया. अगर ऐसा होता तो बीजेपी अपना विश्वास मत हासिल कर लेती.
कांग्रेस की ओर से लगाए गए विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोपों पर अमित शाह ने कहा कि हम पर तो हॉर्स ट्रेडिंग का गलत आरोप लगा है लेकिन इन्होंने तो पूरा अस्तबल बेच खाया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने गैर लोकतांत्रिक तरीके से अपने सारे विधायकों को होटल के कमरे में बंद किया अगर वो जनता के बीच जाते तो उन्हें जनता का मूड पता चल जाता. आज भी जब कांग्रेस अपने विधायकों को बाहर छोड़ेगी तो जनता उनसे जवाब मांगेगी.
सबसे बड़ी पार्टी होने पर किया दावा
पूर्ण बहुमत न होने पर भी सरकार बनाने के दावे पर अमित शाह ने कहा कि ऐसी स्थिति में सबसे बड़े दल होने के नाते बीजेपी को ही सबसे पहले सरकार बनाने का अधिकार है. इसी वजह से हमने राज्यपाल के सामने सरकार बनाने का दावा पेश किया था और इसमें कुछ भी गलत नहीं है, क्योंकि अगर ऐसा न करते तो दोबारा चुनाव कराने की नौबत आती.
जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन पर हमला करते हुए अमित शाह ने कहा कि परिणाम से साफ है कि राज्य की जनता ने कांग्रेस को नकार दिया है और कांग्रेस को हराने वाले दल बीजेपी को सबसे बड़ी पार्टी बनाया है. बीजेपी कई सीटों पर तो नोटा से भी कम अंतर से हारी है और जनता ने हमें बहुमत देने की पूरी कोशिश की.
विपक्ष के जश्न पर अमित शाह ने कहा कि कर्नाटक की जनता जश्न नहीं बना रही है बल्कि कांग्रेस-जेडीएस जश्न बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को चुनाव से पहले ही अंदेशा था कि वो चुनाव हारने जा रहे हैं. शाह ने कहा कि कांग्रेस ने चुनाव प्रचार में सारी मर्यादाओं को तोड़ने का काम किया है. साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष ने खुद झूठा प्रचार किया है.
अमित शाह ने कहा कि यह एक अपवित्र गठबंधन है. जनादेश के खिलाफ जाकर कांग्रेस ने जेडीएस को समर्थन दिया है और जनादेश के खिलाफ जाकर ही जेडीएस ने समर्थन लिया है. उन्होंने कहा कि दोनों पार्टियों के नेता चुनाव से पहले एक-दूसरे को बारे में न जाने क्या-क्या कहा करते थे.
संस्थाओं के लिए जगा कांग्रेस का भरोसा
कांग्रेस पर हमला करते हुए अमित शाह ने कहा कि इस चुनाव के बाद सबसे अच्छी बात यह रही है कि अब कांग्रेस के मन में लोकतांत्रिक संस्थाओं के प्रति आस्था बढ़ गई है. अब कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट से लेकर चुनाव आयोग के सम्मान की बात करने लगी है. हम चाहते हैं कि हारने पर भी कांग्रेस अपना यही रवैया बरकरार रखेगी, ऐसी उम्मीद है.