राजनीतिक पार्टियों के द्वारा कर्नाटक में राजनीतिक बिसात बिछाना शुरू हो गया है. नेता अपनी रैलियों, भाषणों के जरिए वोटरों को लुभा रहे हैं. कर्नाटक के मुख्यमंत्री के. सिद्धारमैया ने राज्य में नई योजनाओं को लॉन्च किया. कर्नाटक सीएम ने मंगलवार को साविरुचि मोबाइल कैंटीन को लॉन्च किया और दिव्यांगों को टूव्हीलर्स भी बांटे. इन योजनाओं को आगामी चुनाव से भी जोड़ा जा रहा है. गौरतलब है कि राज्य में मार्च या अप्रैल के आस-पास चुनाव हो सकते हैं.
Karnataka CM Siddaramaiah launched Saviruchi mobile canteen and distributed retrofitted two wheelers to the differently-abled people in Bengaluru. pic.twitter.com/vBa3nX9jUe
— ANI (@ANI) February 27, 2018
गौरतलब है कि चुनाव के नजदीक आते-आते नेताओं में जुबानी जंग भी तेज हो गई है. हाल में सिद्धारमैया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भ्रष्टाचार पर बहस के लिए चुनौती दी थी.
दरअसल, कर्नाटक में एक रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने राज्य के कांग्रेस सरकार पर लूट मचाने का आरोप लगाया था. वहीं अब कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी पर ट्विटर के जरिए वार किया था.
सीएम सिद्धारमैया ने ट्वीट कर कहा थ कि वह खुश हैं कि पीएम नरेंद्र मोदी भ्रष्टाचार पर बात कर रहे हैं. मैं उन्हें वॉक द टॉल्क (चलते चलते बातचीत) करने के लिए निमंत्रण देना चाहूंगा. शुरुआती मुद्दे कुछ इस तरह हो सकते हैं: पहला, लोकपाल की नियुक्ति. दूसरा, जज लोया केस की जांच. तीसरा, जय शाह की संपत्ति अचानक बढ़ जाना.आखिरी मुद्दा आपकी पार्टी की तरफ से बेदाग चेहरे को सीएम पद का उम्मीदवार क्यों नहीं बनाया गया पर चर्चा की जा सकती है.
कर्नाटक जीतना बीजेपी के लिए इसलिए भी ज़रुरी हैं क्योंकि आज़ादी के बाद दक्षिण भारत में बीजेपी अपने दम पर कर्नाटक में ही सरकार बनाई हैं. सबसे दिलचस्प बात ये हैं कि 2009 के लोकसभा चुनाव में जब बीजेपी की पूरे देश में सीटें कम हुई थी तब कर्नाटक में बीजेपी ने 19 सीटों पर परचम फहराया था.