भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीएस येदियुरप्पा एक बार फिर कर्नाटक के मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं. आज शाम 6 बजे बीएस येदियुरप्पा मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. इस बीच कर्नाटक कांग्रेस की तरफ से बीजेपी पर निशाना साधा गया है. कर्नाटक कांग्रेस ने आरोप लगाया कि राज्य में लोकतंत्र की हत्या की जा रही है.
कर्नाटक कांग्रेस ने ट्वीट किया कि भ्रष्टाचार के आइकन और जेल में सजा काट चुके बीएस येदियुरप्पा ने एक बार फिर हॉर्स ट्रेडिंग का इस्तेमाल कर सत्ता में वापसी की है. कर्नाटक के लोगों को बीएस येदियुरप्पा का 2008-2011 वाला कार्यकाल याद है, जिसके आखिर में येदियुरप्पा को जेल में जाना पड़ा था.
Parliamentary democracy is being butchered in Karnataka.
How can @BSYBJP stake claim to form govt when they dont have the numbers.
How can the Governor who is the safe keeper of the constitution give his consent ? Where is the Rule of LAW ! @narendramodi @AmitShah ! pic.twitter.com/9b9LDkPGGX
— Karnataka Congress (@INCKarnataka) July 26, 2019Advertisement
ट्वीट में आगे लिखा कि इतिहास अपने आप को फिर से दोहराने के लिए तैयार है. कांग्रेस की ओर से कहा गया कि कर्नाटक में लोकतंत्र की हत्या की जा रही है. जब येदियुरप्पा के पास आंकड़े ही नहीं हैं तो फिर वह सरकार बनाने का दावा कैसे पेश कर सकते हैं.
Corruption Icon and Former Jail Bird Shri @BSYBJP has used his excellent Horse Trading skills to subvert democracy and come to power.
People of Karnataka remember his disastrous tenure as CM between 2008-2011, which ended with BSY in Jail.
History is all set to repeat again. https://t.co/0M28Z49PQM
— Karnataka Congress (@INCKarnataka) July 26, 2019
उन्होंने कहा कि राज्यपाल जो खुद संविधान के रक्षक हैं, किस तरह ये कर सकते हैं. आखिर कानून का राज कहां पर है. बता दें कि अभी दो दिन पहले ही एचडी कुमारस्वामी की सरकार विश्वास मत हासिल करने में सफल नहीं हो पाई थी. 205 नंबरों वाली विधानसभा में कांग्रेस-जेडीएस के पास सिर्फ 99 विधायक थे.
गौरतलब है कि शुक्रवार सुबह ही बीएस येदियुरप्पा ने राज्यपाल वजुभाई वाला से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया है. इस वक्त बीजेपी के पास कुल 105 विधायक हैं, जबकि कांग्रेस-जेडीएस के पास 99 विधायक. बीएस येदियुरप्पा को 31 जुलाई को विधानसभा में बहुमत साबित करना होगा.