कर्नाटक में 7 महीने बाद फिर से सियासी सरगर्मी तेज हो गई है. कांग्रेस और जेडीएस के विधायकों में टूट की खबरों के बीच सभी 104 भाजपा विधायकों को पार्टी हाईकमान ने गुरुग्राम के एक होटल में शिफ्ट करने का आदेश दिया है. येदियुरप्पा दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं. उधर मुंबई में कांग्रेस के 3 विधायक एक होटल में हैं, जिन पर पाला बदलने का संदेह जताया जा रहा है. इन तमाम सियासी खेल के बीच मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने दावा किया है कि उनकी सरकार को कोई खतरा नहीं है.
अगले हफ्ते अविश्वास प्रस्ताव लाने के कयास
सूत्रों के हवाले से बीजेपी के सम्पर्क में कांग्रेस के 10 और JDS के 3 विधायक हैं. बीजेपी की कोशिश है कि जल्दी ही कुछ और विधायकों के इन 13 विधायकों के साथ इस्तीफ़ा देने के बाद बीजेपी कर्नाटक में कुमारस्वामी सरकार के ख़िलाफ़ अगले हफ़्ते अविश्वास प्रस्ताव लेकर आएगी. इस बीच बीजेपी हाईकमान के निर्देश पर कर्नाटक के सभी भाजपा विधायकों को गुरुग्राम के एक होटल में रखा गया है. बीजेपी को भी डर है कि कांग्रेस उसके विधायक तोड़ सकती है. येदियुरप्पा ने कहा है कि कांग्रेस उनके विधायकों को लुभाने की कोशिश कर रही है. दोनों ही दल इस वक्त अपने-अपने विधायकों को ‘बचाने’ की जुगत में हैं. दोनों ही पार्टियां एक-दूसरे के खेमे के विधायकों को अपने पाले में करने की कोशिश में हैं.
बीजेपी के 104 विधायक गुरुग्राम शिफ्टBJP Karnataka MLA from Nippani Shashikala Jolle: There are 104 BJP MLAs and we're together. We were called here (Gurugram) to strategise for the upcoming Lok Sabha elections. There's no talks of forming government, if there is anything our leaders will tell you. pic.twitter.com/onMl4L5CaF
— ANI (@ANI) January 14, 2019
सूत्रों के मुताबिक दोपहर में बीजेपी ने बैठक की जिसमें कर्नाटक के ताजा राजनीतिक हालातों पर चर्चा गई. बीजेपी की कोशिश अपने विधायकों को एकजुट रखने और संभावित तोड़-फोड़ से बचाने की है. इस बैठक के बाद बीजेपी हाईकमान ने अपने 104 विधायकों को गुरुग्राम के होटल में शिफ़्ट करने फ़ैसला किया है.
विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप
इससे पहले कर्नाटक के मंत्री डीके शिवकुमार ने भाजपा पर कांग्रेस के विधायकों को खरीदने का प्रयास करने का आरोप लगाया था. सिंचाई मंत्री शिवकुमार ने मीडिया को बताया कि कांग्रेस के 3 विधायक मुंबई में हैं, जिन्हें खरीदने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि विधायकों की खरीद-फरोख्त कर राज्य की कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की सरकार को अस्थिर करने का प्रयास किया जा रहा है.
कुमारस्वामी का दावा- सरकार स्थिर
इस बीच मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने दावा किया कि सरकार को किसी भी तरह से खतरा नहीं है. सरकार स्थिर है और बनी रहेगी. कुमारस्वामी ने मैसूर में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि ‘मैंने मीडिया में आयी रिपोर्ट (आपरेशन कमल) को देखा है. आज भी मैंने एक मीडिया रिपोर्ट देखी जिसमें कहा गया है कि 17 जनवरी को राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा दिया जाएगा. कुमारस्वामी ने कहा कि मुझे नहीं मालूम कि मीडिया में इस प्रकार की रिपोर्टें कौन दे रहा है.’
येदियुरप्पा ने दिल्ली में डाला डेरा
इधर भाजपा कर्नाटक अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा ने दिल्ली में डेरा डाल लिया है. माना जा रहा कि भाजपा विधायकों को एकजुट रखने और राज्य में सरकार बनाने की संभावनाओं को तलाशने के लिए ही येदियुरप्पा दिल्ली में डटे हैं. हालांकि उन्होंने विधायकों की खरीद-फरोख्त के कांग्रेस के आरोपों को नकारते हुए आरोपों को बेतुका करार दिया है. उन्होंने कहा कि ये सिर्फ अफवाह है, जिसमें कोई सच्चाई नहीं है. उन्होंने बीजेपी के ‘ऑपरेशन कमल’ को भी अफवाह बताया.
ये है कर्नाटक की सत्ता का गणित
225 सदस्यों वाली कर्नाटक विधानसभा में अध्यक्ष समेत कांग्रेस के कुल 80 विधायक हैं. वहीं जेडीएस के 37 विधायक हैं. मुख्यमंत्री जेडीएस के एचडी कुमारस्वामी हैं. भाजपा के पास 104 विधायक हैं. संख्याबल के लिहाज से भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है. लेकिन जेडीएस के कांग्रेस के साथ जाने के चलते बीजेपी राज्य में सरकार बनाने से चूक गई. अब बीजेपी एक बार फिर से सरकार बनाने के लिए सक्रिय दिख रही है.