कर्नाटक की एचडी कुमारस्वामी सरकार पर संकट गहरा गया है. जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन के कई विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है. इस्तीफा देने वाले कांग्रेस के तीन विधायकों ने मांग की कि एचडी कुमारस्वामी को हटाकर सिद्धारमैया को कर्नाटक का मुख्यमंत्री बनाया जाए. इसके अलावा कांग्रेस के एक और विधायक ने भी सिद्धारमैया को मुख्यमंत्री बनाने की मांग की है.
इस्तीफा देने वाले कांग्रेस के तीन विधायकों ने शर्त रखी है कि अगर सिद्धारमैया मुख्यमंत्री बनते हैं तो वो अपना इस्तीफा वापस ले लेंगे. सिद्धरमैया के समर्थन में आने वाले विधायकों में सोमशेखर, बसवराज और शिवराम शामिल हैं. इससे पहले मुनिरत्न का नाम भी सामने आया था, लेकिन उन्होंने अभी तक इस्तीफा नहीं दिया है.
जेडीएस नेता एच विश्वनाथ ने दावा किया कि जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन के 12 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है और 2 विधायक आज इस्तीफा दे देंगे. उन्होंने कहा कि अभी जो विधायक इस्तीफा देंगे, उनमें सोम्या रेड्डी और मुनिरत्नम शामिल हैं. हम राज्यपाल से भी मिल चुके हैं. हमने स्पीकर को हमारे इस्तीफे स्वीकार करने को लेकर पत्र लिखा है. गठबंधन सरकार लोगों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरती है.
वहीं, कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार को लेकर जारी घमासान पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) करीब से नजर बनाए हुए है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा ने कहा कि विधायकों को लगता है कि कांग्रेस-जेडीएस से बाहर आने का यह बेहतर मौका है. लिहाजा इन लोगों ने इस्तीफा दे है. इनको लगता है कि विधायक के रूप में बने रहना राज्य और और उनके निर्वाचन क्षेत्र के लिए अच्छा नहीं है.
कर्नाटक में बीजेपी की सरकार बनाने के सवाल पर सदानंद गौड़ा ने कहा, 'राज्यपाल के पास सर्वोच्च अधिकार है. अगर संवैधानिक जनादेश के अनुसार वो हमको बुलाते हैं, तो निश्चित रूप से हम सरकार बनाने के लिए तैयार हैं. सूबे में बीजेपी 105 विधायकों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है. इसके अलावा बीजेपी नेता जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा कि कर्नाटक की गठबंधन सरकार बीमार है. बीजेपी हर घटनाक्रम पर नजर रख रही है. आखिरकार सूबे में पैदा हुई अराजकता का अब अहसास हो गया है. जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन सरकार के जाने से बीजेपी के साथ ही आम लोगों को भी राहत मिलेगी.