कर्नाटक में बड़े सियासी ड्रामे के बाद कांग्रेस के समर्थन से जनता दल सेक्युलर के एचडी कुमारस्वामी ने 23 मई को मुख्यमंत्री पद की शपथ तो ले ली, लेकिन उनकी कैबिनेट का स्वरूप अभी तक तय नहीं हो पाया है. शपथ ग्रहण के 5 दिन बाद भी इस मामले पर विचार-विमर्श का दौर जारी है. कर्नाटक के सीएम कुमारस्वामी सोमवार को दिल्ली पहुंचे. यहां उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की.
Karnataka CM HD Kumaraswamy meets Prime Minister Narendra Modi in Delhi. pic.twitter.com/GV71pLsU4c
— ANI (@ANI) May 28, 2018
इससे पहले सुबह दिल्ली पहुंचकर कुमारस्वामी ने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की. सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस गृह-वित्त, सिंचाई समेत कई अहम मंत्रालय अपने पास रखना चाहती है. जबकि जेडीएस वित्त मंत्रालय सीएम कुमारस्वामी के पास रहने देने की मांग कर रही है.
#Delhi: Karnataka Chief Minister HD Kumaraswamy pays tribute to Mahatma Gandhi at Rajghat. pic.twitter.com/T0AivfKFRU
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सूत्रों के मुताबिक, अब तक दोनों पार्टियों के बीच विभागों को लेकर जो फॉर्मूला तय हुआ है, उसके मुताबिक जेडीएस के खाते में पीडब्ल्यूडी के तौर पर मुख्य विभाग दिया जा सकता है. इसके साथ कृषि भी जेडीएस को दिए जाने पर विचार हुआ है.
जबकि कांग्रेस प्रमुख विभागों पर कब्जा रखना चाहती है. कांग्रेस वित्त, गृह, पॉवर, सिंचाई और ग्रामीण मंत्रालय अपने पास रखना चाहती है.
सूत्रों के मुताबिक, दोनों पार्टियों में वित्त मंत्रालय को लेकर बात फंस रही है. जेडीएस चाहती है कि वित्त मंत्रालय मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के पास ही रहे. इसके अलावा कुछ और प्रमुख विभाग भी उनके लिए मांगे जा रहे हैं.
कर्नाटक के कैबिनेट में मंत्रालयों के बंटवारे को लेकर दिल्ली में कांग्रेस और जेडीएस नेताओं के बीच बातचीत हुई. कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद के घर पर हुई बैठक में मुख्यमंत्री कुमारस्वामी, एचडी रेवन्ना, अहमद पटेल, डीके शिवकुमार, मल्लिकार्जुन खड़गे, सिद्धारमैया और केसी वेणुगोपाल शामिल हुए. बैठक के बाद कुमारस्वामी ने कहा कि बैठक काफी सकारात्मक रही.
इससे पहले वेणुगोपाल ने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस- जद(एस) सरकार में विभागों के आवंटन को एक-दो दिन में अंतिम रूप दे दिया जाएगा. वेणुगोपाल ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के विदेश जाने की योजना विभागों के आवंटन के रास्ते में बाधक नहीं बनेगी.
बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अपनी मां सोनिया गांधी के इलाज के लिए विदेश रवाना हो गए हैं. ऐसे में आज कांग्रेस के दूसरे नेताओं से मिलकर कुमारस्वामी कैबिनेट का स्वरूप फाइनल करने पर विचार करेंगे.
वेणुगोपाल ने क्या कहा
कर्नाटक में पार्टी मामलों के प्रभारी वेणुगोपाल ने न्यूज एजेंसी को बताया कि सबसे पहले विभागों के आवंटन पर अंतिम निर्णय लेना है. इस पर चर्चा चल रही है और संभवत: यह काम एक से दो दिन में पूरा हो जाएगा. उन्होंने बताया कि अंतिम सूची को कांग्रेस प्रमुख से स्वीकृत कराने से पहले राज्य के नेताओं से इसपर चर्चा की जाएगी. वेणुगोपाल ने ये भी बताया कि राहुल की गैरमौजूदगी से इसमें देर नहीं होगी. वह फोन पर हर समय उपलब्ध हैं.
हालांकि, यह पहले ही तय हो चुका है कि कांग्रेस के 21 मंत्री और जद(एस) के 11 मंत्री होंगे. यह भी चर्चा और मांग है कि पार्टी को कैबिनेट में नए चेहरों को शामिल करना चाहिए.