कर्नाटक में सियासी संकट अपने चरम पर है. इसी बीच कुमारस्वामी के इस्तीफे का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें उनके हाथ में इस्तीफे का कागज दिख रहा है. मुख्यमंत्री कार्यालय ने इस इस्तीफे को फर्जी बताया है.
इससे पहले अपने कथित इस्तीफे पर मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि 'मुझे पता चला है कि मैंने राज्यपाल को अपना इस्तीफा दे दिया है. मैं नहीं जानता कि कौन मुख्यमंत्री बनने को इतना उतावला है. किसी ने मेरे फर्जी हस्ताक्षर करके यह लेटर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया है. मैं पब्लिसिटी के लिए इस गिरे हुए स्तर पर हैरान हूं.'
Karnataka CM HD Kumaraswamy, in Vidhana Soudha: I got information that I have tendered my resignation to the Governor. I don't know who is waiting to become CM. Someone has forged my signature & spread the same on social media. I'm shocked at the cheap level of publicity. pic.twitter.com/0CIOvpluru
— ANI (@ANI) July 22, 2019
कर्नाटक में विश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है. विश्वास प्रस्ताव को लेकर तीन दिन से जारी बहस के अभी खत्म होने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं. विधानसभा में चल रहे विश्वास मत प्रस्ताव पर सदन में हंगामा जारी है. बीजेपी फ्लोर टेस्ट पर अड़ी है जबकि कांग्रेस-जेडीएस के विधायक हंगामा कर रहे हैं.
#WATCH Karnataka: A letter seen kept on the table of CM HD Kumaraswamy at Vidhana Soudha, appearing to be his resignation letter. Chief Minister's Office (CMO) says that the letter is fake. (Video source: Karnataka assembly output) pic.twitter.com/KPJs4cr1Z9
— ANI (@ANI) July 22, 2019
सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को विधानसभा अध्यक्ष को 15 बागी विधायकों के इस्तीफों पर अपनी मर्जी से निर्णय लेने को कहा था. अदालत ने कहा कि वह समयबद्ध तरीके से निर्णय लेने को नहीं कह सकते हैं लेकिन शीर्ष अदालत ने यह भी कहा कि विधायकों को विधानसभा में भाग लेने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता.
सोमवार को करीब एक घंटे देर से सदन में विश्वास मत पर अधूरी बहस के फिर शुरू होने से पहले बीजेपी ने विधानसभा अध्यक्ष से शक्ति परीक्षण की मांग की. बीजेपी विधायक मधुस्वामी ने कुमार से कहा, "कुमारस्वामी और कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता सिद्वारमैया ने बीते शुक्रवार को सोमवार को सदन में चर्चा खत्म करने का वादा किया था. हमने उन पर विश्वास किया और उनकी सलाह का पालन किया. इसके बाद शक्ति परीक्षण कराए जाने में आगे देरी नहीं होनी चाहिए."