कर्नाटक विधानसभा के स्पीकर ने तीन विधायकों को अयोग्य करार दिया है. इन विधायकों में आर. शंकर, रमेश जरकिहोली और महेश कुमथल्ली के नाम हैं. इससे पहले रमेश जरकिहोली और महेश कुमथल्ली के बारे में स्पीकर रमेश कुमार ने कहा था कि उन्होंने (दोनों विधायक) मुझे कभी सूचित नहीं किया कि वे 6 जुलाई को मेरे कक्ष में आए थे. उन्होंने एक गलत प्रारूप में इस्तीफा दिया. मैंने अपने सचिव को उनके पत्र लेने का निर्देश दिया था.
रमेश जरकिहोली गोकक से और कुमथल्ली अथानी से विधायक हैं. स्पीकर ने कहा कि जब तक मौजूदा विधानसभा की मियाद है, तब तक वे विधायक नहीं रहेंगे. सदन के मौजूदा कार्यकाल में वे चुनाव भी नहीं लड़ सकते. स्पीकर ने कहा कि कुछ अन्य लोगों की भी शिकायतें उन्हें मिली हैं जिन पर वे फैसला लेने के लिए वक्त लेंगे. इसके लिए उन्हें काफी पढ़ना पड़ेगा. अयोग्य विधायकों के बारे में स्पीकर ने कहा कि मौजूदा असेंबली भंग होने के बाद ही वे चुनाव लड़ सकेंगे.
Karnataka assembly speaker KR Ramesh Kumar: Independent MLA R Shankar has been disqualified pic.twitter.com/A2HtmhVVio
— ANI (@ANI) July 25, 2019
स्पीकर ने कहा कि उन्होंने इस्तीफा पहले खारिज कर दिया था लेकिन बाद में साक्ष्यों के आधार पर उन्हें अयोग्य करार दिया. स्पीकर रमेश कुमार ने कहा कि मुझे 10वीं अनुसूची के तहत प्रावधान उल्लंघन के कई साक्ष्य मिले जिसके आधार पर इनके खिलाफ कार्रवाई हुई.कर्नाटक के स्पीकर ने कहा कि अयोग्य करार दिए गए विधायकों के सामने दो विकल्प हैं-या तो सुप्रीम कोर्ट जाएं या हाई कोर्ट.
विधानसभा में मंगलवार को एचडी कुमारस्वामी के नेतृत्व में कांग्रेस और जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) की गठबंधन सरकार विश्वास मत हासिल नहीं कर सकी. 225 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा में विश्वास मत के लिए 20 विधायक सदन में उपस्थित नहीं हुए थे.
विधानसभा अध्यक्ष के. आर. रमेश कुमार ने विश्वास मत के बाद सदन के सदस्यों को बताया कि मुख्यमंत्री एच. डी. कुमार स्वामी विश्वास मत हासिल नहीं कर सके. उन्होंने बताया कि विश्वास मत के पक्ष में 99 जबकि इसके खिलाफ 105 मत पड़े. इसके साथ ही बीजेपी ने कहा है कि वह कर्नाटक में सरकार बनाने का दावा पेश करेगी.