कर्नाटक में विधायकों के लगातार इस्तीफों से बीजेपी में सरकार बनाने की उम्मीदें परवान पर हैं तो ऐसे में कुमारस्वामी सरकार को संकट से बचाने के लिए कांग्रेस ने बड़ा दांव चला है. कांग्रेस ने अपने मौजूदा मंत्रियों से इस्तीफा दिला दिया है और बागी हुए पार्टी के विधायकों को मंत्री बनाकर कुमारस्वामी सरकार को बचाने का आखिरी पासा चला है.
बता दें कि कांग्रेस के 10 और जेडीएस के 3 विधायकों के इस्तीफे के बाद निर्दलीय विधायक नागेश ने भी अपना मंत्रीपद छोड़ दिया है. इसी के साथ नागेश ने कांग्रेस-JDS सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है और बीजेपी को अपना समर्थन देने की घोषणा कर दी है. हालांकि, कांग्रेस-जेडीएस के बागी विधायकों का अभी इस्तीफा मंजूर नहीं हुआ है, जिसके चलते कांग्रेस के दिग्गज सरकार बचाने की कवायद में जुटे हैं.
कुमारस्वामी सरकार को बचाने के लिए कांग्रेस-जेडीएस हर फॉर्मूले पर विचार कर रही है. माना जा रहा है कि बागी विधायकों को संतुष्ट करने के लिए उन्हें मंत्री पद दिया जा सकता है. इसी के चलते सोमवार को कांग्रेस के सभी मंत्रियों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. इस दिशा में कांग्रेस ने कदम भी बढ़ा दिए हैं.
Our ministers have voluntarily resigned to help save the government. We will try to accommodate those MLAs who have resigned & interested to be the ministers.
We will reshuffle the cabinet keeping regional aspirations & social obligations in mind.
— Siddaramaiah (@siddaramaiah) July 8, 2019
पूर्व सीएम सिद्धारमैया ने ट्वीट करके कहा है कि हमारे मंत्रियों ने सरकार बचाने के लिए इस्तीफा दिया है. ऐसे में हम उन विधायकों को मंत्री बनाकर सरकार में समायोजित करने का प्रयास करेंगे, जिन्होंने विधायक के पद से इस्तीफे दिए हैं और मंत्री बनने के लिए इच्छुक हैं. सिद्धारमैया ने साथ ही यह भी कहा कि हम क्षेत्रीय आकांक्षाओं और सामाजिक दायित्वों को ध्यान में रखते हुए कैबिनेट में फेरबदल करेंगे.
सिद्धारमैया अपनी कोशिशों में कामयाब होते नजर आ रहे हैं. बागी विधायक आनंद सिंह मानते हुए नजर आ रहे हैं. सिंह ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार से वक्तिगत रूप से बात हुई. इस दौरान आनंद सिंह ने अपनी दो मांगे रखी है, जिसमें मुख्य मांग जिंदल स्टील को दी गई जमीन का मुद्दा है. माना जा रहा है कि आनंद सिंह की बात को मानकर कांग्रेस कुमारस्वामी सरकार को बचाने की दिशा में आगे बढ़ सकती है. आनंद सिंह ने खुद माना है कि वह कहीं गए नहीं है और विधानसभा क्षेत्र में है.
दरअसल कांग्रेस के कई बागी विधायकों के इस्तीफे के पीछे उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वर को कथित रूप से जिम्मेदार माना जा रहा है. बेंगलुरु क्षेत्र से आने वाले चार विधायक एसटी सोमशेखर, बी बासवराजू, एन मुनिरत्ना और रामलिंगा रेड्डी बीजेपी की मदद करने से पीछे हट सकते हैं, क्योंकि परमेश्वर से उनके निजी विरोध को सुलझाने की कोशिश तेज हो गई है. परमेश्वर ने डिप्टी सीएम के पद से इस्तीफा दे दिया है. ये सभी विधायक कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धारमैया के करीबी हैं. ऐसे में सिद्धारमैया अपने इन करीबी विधायकों को मंत्री बनवाकर उनकी नाराजगी को दूर कर सकते हैं.