कर्नाटक में एच. डी. कुमारस्वामी की सरकार गिर गई है. विधानसभा में मंगलवार को मुख्यमंत्री कुमारस्वामी के नेतृत्व में कांग्रेस और जेडी(एस) की गठबंधन सरकार विश्वासमत हासिल नहीं कर सकी. विश्वास मत के विरोध में 105 जबकि समर्थन में 99 मत पड़े. गठबंधन सरकार कुल 6 मतों से पीछे रह गई और विश्वास मत जीतने में कामयाब नहीं हो सकी. इसके साथ ही बीजेपी ने कहा है कि वह कर्नाटक में सरकार बनाने का दावा पेश करेगी.
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सूत्रों ने बताया कि बुधवार को पार्टी पर्यवेक्षक बेंगलुरु जाएंगे. पर्यवेक्षक भी विधायक दल की बैठक में भी शामिल होंगे. विधायक दल की बैठक में बीएस येदियुरप्पा को नेता चुना जाएगा. बताया जा रहा है कि येदियुरप्पा शुक्रवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं. येदियुरप्पा ने इस संबंध में पार्टी नेताओं को सूचित कर दिया है.
इस सवाल पर कि क्या केंद्र सरकार कर्नाटक में राष्ट्रपति शासन लगाएगी. मोदी सरकार के उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रपति शासन का कोई सवाल ही नहीं उठता है. हम कुमारस्वामी के इस्तीफे को राज्यपाल द्वारा स्वीकार किए जाने का इंतजार कर रहे हैं. हम राज्य में अगली सरकार बनाएंगे.
गौरतलब है कि कर्नाटक में 14 महीने पुरानी कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की सरकार विश्वास मत साबित करने में नाकाम रही. इससे राज्य में बीजेपी के सरकार बनाने का रास्ता साफ हो गया है. इस बीच, केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा ने कहा कि हम कर्नाटक में सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे. उन्होंने कहा कि हमारे केंद्रीय नेतृत्व ने पहले ही बताया है कि येदियुरप्पा ही कर्नाटक के मुख्यमंत्री बनेंगे, इसमें कोई शंका ही नहीं है.
येदियुरप्पा बनेंगे मुख्यमंत्री
कर्नाटक की राजनीति में बीजेपी का सबसे बड़ा चेहरा बीएस येदियुरप्पा 3 बार सूबे के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. तालुक अध्यक्ष से अपना सियासी सफर शुरू करते हुए येदियुरप्पा ने राज्य की सबसे बड़ी सियासी कुर्सी तक पहुंचे. वह 7 बार विधायक रहे और एक बार लोकसभा सांसद भी चुने गए. इसके अलावा वह बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी रह चुके हैं. बीजेपी के सबसे विवादित नेता होने के बावजूद कर्नाटक में वह पार्टी का सबसे भरोसेमंद चेहरा हैं.