कर्नाटक का सियासी ड्रामा चरम पर है. कांग्रेस और जेडीएस के 13 विधायकों ने विधानसभा से इस्तीफा देकर कुमारस्वामी सरकार के सामने मुश्किलें खड़ी कर दी हैं. हालांकि कांग्रेस और कुमारस्वामी ने दावा किया है कि सरकार को कोई खतरा नहीं है. कर्नाटक में सरकार पर आए संकट को टालने में कांग्रेस एड़ी चोटी का जोर लगा रही है. मल्लिकार्जुन खड़गे को बेंगलुरु भेजा जा चुका है. शाम 6 बजे विधायक दल की बैठक बुला ली गई है. उससे पहले मुख्यमंत्री कुमारस्वामी भी अमेरिका से बेंगलुरु लौट आने वाले हैं.
बहरहाल, कर्नाटक में विधायकों को तोड़ने-फोड़ने का सिलसिला इतना तेज चला कि सरकार गिराने की हद तक बगावत पर उतरे विधायकों को मुंबई आना पड़ा. कर्नाटक के बागी विधायक मुंबई के एक फाइव स्टार होटल में कैद हैं और जेडीएस-कांग्रेस खेमे में जबरदस्त बेचैनी है.
कर्नाटक के घटनाक्रम को लेकर बेंगलुरु से दिल्ली तक सियासी भूचाल मचा हुआ है. कांग्रेस भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर मनी पावर के इस्तेमाल का आरोप लगा रही है तो वहीं बीजेपी पूरे मामले से हाथ झाड़ रही है. हालांकि बीजेपी खुश है, उसके नेताओं के चेहरे चमक रहे हैं. इस पूरे घटनाक्रम के बीच कांग्रेस नेता और पूर्व सीएम सिद्धारमैया का नाम सामने आ रहा है. कुछ विधायकों ने तो सिद्धारमैया को सीएम बनाने की मांग करते हुए इस्तीफा वापस लेने तक की बात कह दी है.
कांग्रेस का गेम प्लान-जोशी
इन चर्चाओं के बीच केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता प्रह्लाद जोशी ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी एचडी कुमारस्वामी को दरकिनार करने की कोशिश कर रही है. यह कांग्रेस पार्टी का गेम प्लान है. वह एचडी देवगौड़ा और उनके परिवार को पूरे परिदृश्य से गायब करना चाहती है. सिद्धारमैया इसके लिए जिम्मेदार हैं. साथ कांग्रेस के कुछ सीनियर लीडर भी इस गेम प्लान में शामिल हैं.
असल में, बीजेपी नेता कांग्रेस के इस्तीफा देने वाले उन विधायकों के बयानों की तरफ इशारा कर रहे हैं जिन्होंने सिद्धारमैया को मुख्यमंत्री बनाने की शर्त रखी है. इस्तीफा देने वाले कांग्रेस के तीन विधायकों ने मांग की थी कि एचडी कुमारस्वामी को हटाकर सिद्धारमैया को कर्नाटक का मुख्यमंत्री बनाया जाए. सिद्धरमैया के समर्थन में आने वाले विधायकों में सोमशेखर, बसवराज और शिवराम शामिल हैं. इससे पहले मुनिरत्न का नाम भी सामने आया था, लेकिन उन्होंने अभी तक इस्तीफा नहीं दिया है.