एक आरटीआई से खुलासा हुआ है कि कर्नाटक के सीएम सिद्धारामैया और उनके 29 मंत्रियों ने अपनी आधिकारिक यात्राओं पर 11 करोड़ रुपये खर्च किए हैं. जानकारी दी गई है कि बीते दो साल और आठ महीने में राजधानी बंगलुरु से अपने विधानसभा क्षेत्रों में आने-जाने के खर्चों (टीए) के लिए उन सबने 11.12 करोड़ रुपये का दावा किया है.
शहरी विकास मंत्री का खर्च सबसे ज्यादा
बेलगाम के रहने वाले आरटीआई कार्यकर्ता भीमप्पा गडाडा ने सरकार से इन जानकारियों की मांग की थी. उनको दी गई जानकारी के मुताबिक टीए के लिए सबसे अधिक खर्च का दावा शहरी विकास मंत्री विनय कुमार सोराके ने किया है. उन्होंने सरकार से 75.89 लाख रुपये लिए हैं. इसके बाद परिवार कल्याण मंत्री यूटी खादर ने इस अवधि में टीए के लिए 70.23 लाख रुपये का दावा किया है.
तटीय इलाके से हैं सबसे अधिक खर्च वाले मंत्री
वन, पारिस्थतिकि एवं पर्यावरण मंत्री बी रामनाथ राय ने इस खर्च के मामले में तीसरे नंबर पर हैं. उन्होंने इस दौरान टीए के लिए 67.99 लाख रुपये का दावा किया है. ये तीनों मंत्री प्रदेश के तटीय जिले दक्षिण कन्नडा से आते हैं और सरकार में अहम विभागों के मंत्री हैं.
सबसे कम दावा सहकारिता मंत्री का
मुख्यमंत्री ने इस दौरान 40.03 लाख रुपये का टीए का दावा किया है. वहीं सबसे कम टीएम का दावा सहकारिता मंत्री एच एस महादेवा प्रसाद ने किया है. उन्होंने अपनी यात्राओं पर 7.98 लाख रुपये का दावा किया है. वहीं परिवहन मंत्री आर रामलिंगा रेड्डी ने लगभग तीन सालों के लिए 8.71 लाख रुपये टीए का दावा किया है.
खेल मंत्री ने की 211 हवाई यात्राएं
आरटीआई के दस्तावेजों में खुलासा हुआ है कि प्रदेश के युवा मामले एवं खेल मंत्री अभय चंद्र जैन ने इस अवधि में 211 बार हवाई यात्राएं की है. आरटीआई कार्यकर्ता भीमप्पा ने विधानसभा स्पीकर से इस मामले में कार्रवाई करने की मांग की है.