करतारपुर कॉरिडोर को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच अग्रीमेंट पर साइन अब 24 अक्टूबर को होगा. दरअसल, दोनों देशों के बीच कल यानी बुधवार को समझौते की घोषणा की जानी थी, लेकिन दोनों पक्षों के बीच तारीख पर सहमति नहीं बन पाई है. अब 24 अक्टूबर को दोनों पक्ष मुलाकात करेंगे और अग्रीमेंट साइन करेंगे. हालांकि, भारत को अभी भी श्रद्धालुओं से 20 डॉलर लेने के मसौदे पर असहमति है.
इससे पहले करतारपुर कॉरिडोर के लिए 23 अक्टूबर को अग्रीमेंट साइन करने की बात थी. वहीं, भारत के विरोध के बावजूद कॉरिडोर के इस्तेमाल के लिए पाकिस्तान तीर्थयात्रियों से शुल्क लेगा. तीर्थयात्रियों की धार्मिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए भारत ने अग्रीमेंट पर साइन करने का फैसला लिया है.
सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव की 550वीं जयंती के लिए श्रद्धालुओं का पहला जत्था 5 नवंबर और दूसरा जत्था 6 नवंबर को रवाना होगा. करतारपुर कॉरिडोर जाने वाले श्रद्धालुओं को पाकिस्तान द्वारा वीजा फ्री एक्सेस देने के लिए अब 24 अक्टूबर को अग्रीमेंट साइन करने के लिए केंद्र सरकार तैयार है.
पाक ने आस्था के साथ कारोबार किया
केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने करतारपुर सेवा शुल्क को लेकर पाकिस्तान की आलोचना करते हुए कहा कि करतारपुर गुरुद्वारा साहिब के दर्शन के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं 20 रुपये प्रति डॉलर शुल्क लगाना ठीक नहीं है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि पाकिस्तान ने आस्था के साथ कारोबार किया है.