मुंबई हमलों का आरोपी पाकिस्तानी आतंकवादी मोहम्मद अजमल कसाब आज तब अपनी उत्सुकता नहीं रोक पाया जब उसने अदालत कक्ष में वकीलों तथा पुलिसकर्मियों की कलाइयों पर राखियां बंधी देखीं.
कसाब को भी है बहन का इंतजार!
अपने वकील अब्बास काजमी के इस त्योहार का महत्व बताये जाने पर जाहिरा तौर पर प्रभावित कसाब ने पूछा कि कब कोई आयेगा और मुझे राखी बांधेगा. इस पर काजमी ने उससे कहा कि अगर कोई तुम्हें अपना भाई माने तो वह जरूरी आयेगी और राखी बांधेगी. काजमी ने कहा कि कसाब आज सुनवाई के दौरान पूरे समय मुस्कराता रहा. इसके चलते न्यायाधीश एम एल टाहिलियानी ने उससे पूछा कि क्या उसे कुछ कहना है. बहरहाल, कसाब ने जवाब नहीं में दिया.
गवाहों ने कसाब को शिनाख्त परेड में पहचाना
सीएसटी में हुई गोलीबारी की घटना में जांच अधिकारी तथा गवाह विलास गंगवाणे ने अभियोजक उज्ज्वल निकम से कहा था कि उन्होंने कसाब की गिरफ्तारी के बाद केंद्रीय जेल में उसकी शिनाख्त परेड करायी थी और गवाहों ने उसे पहचाना भी था. बहरहाल, जिरह के दौरान कसाब के वकील ने जब सवाल किये तो गवाह ने इस बात से इनकार कर दिया कि उन्होंने शिनाख्त परेड करायी थी.