मुम्बई हमलों के मामले में आरोपी पाकिस्तानी आतंकवादी अजमल कसाब और संदिग्ध भारतीय दहशतगर्दों फहीम अंसारी तथा सबाउद्दीन अहमद के मुकदमे की सुनवाई इस हफ्ते खत्म होने की सम्भावना है.
अभियोजन तथा बचाव पक्ष के वकीलों ने सोमवार को अदालत से कहा कि मुकदमे में अंतिम दलील की कार्यवाही चार-पांच दिन में पूरी होने की सम्भावना है. न्यायाधीश एम. एल. टाहिलियानी ने कहा कि अंतिम दलील की कार्यवाही आगामी 20 मार्च तक पूरी हो जाने पर वह इस मामले को फैसला देने तक मुलतवी कर देंगे.
विशेष लोक अभियोजक उज्ज्वल निकम ने कहा कि उन्हें अपनी दलीलें पूरी करने के लिये दो और दिन लगेंगे जबकि कसाब के वकील के. पी. पवार ने कहा कि उन्हें इस काम के लिये एक दिन की जरूरत होगी. करीब एक साल पहले शुरू हुए इस मुकदमे की सुनवाई आर्थर रोड जेल में बनी कड़ी सुरक्षा वाली अदालत में की जा रही है. कसाब को अदालत से सटे हुए परिसर में बुलेट और बम प्रूफ कक्ष में रखा गया है.
उसकी सुरक्षा में भारत तिब्बत सुरक्षा बल के जवानों को तैनात किया गया है. अभियोजन पक्ष ने मामले में 30 प्रत्यक्षदर्शियों समेत 657 गवाहों से जिरह की है और उन्होंने कसाब की पहचान उन पर गोलियां चलाने वाले बंदूकधारी के रूप में की. निकम ने सोमवार को अपनी दलील पेश करते हुए कहा कि बैलिस्टिक विशेषज्ञों की रिपोर्ट बताती है कि मुम्बई में हमलों के दौरान शहीद हुए पुलिस अधिकारियों हेमंत करकरे और विजय सालस्कर के शरीर में पाई गई गोलियां कसाब की एके-47 राइफल से ही चलाई गई थीं.