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साध्वी प्राची के आगे योगी की पुलिस का सरेंडर, बैन के बावजूद कासगंज में निकाली तिरंगा यात्रा

कासगंज में विश्व हिंदू परिषद की नेता साध्वी प्राची ने पुलिस के मना करने के बावजूद तिरंगा रैली निकाली. पुलिस काफी देर तक उन्हें समझाती रही, लेकिन साध्वी प्राची ने ना सिर्फ पुलिस से बहस की बल्कि पुलिस को कोसते हुए रैली भी निकाली.

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साध्वी प्राची (फोटो- PTI)
साध्वी प्राची (फोटो- PTI)

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उत्तर प्रदेश के कासगंज में विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) की नेता साध्वी प्राची ने पुलिस के मना करने के बावजूद तिरंगा रैली निकाली. पुलिस काफी देर तक उन्हें समझाती रही, लेकिन साध्वी प्राची ने ना सिर्फ पुलिस से बहस की बल्कि पुलिस को कोसते हुए रैली भी निकाली.

बता दें कि एक दिन पहले यानी 25 जनवरी को कासगंज में सैकड़ों पुलिसवालों ने सड़क पर मार्च किया था. इस बार मामला संवेदनशील होने की वजह से पुलिस एहतियात बरत रही थी. लेकिन 26 जनवरी के ही दिन साध्वी प्राची पिछले साल उपद्रवियों की गोली का शिकार हुए चंदन गुप्ता के घर पहुंची. यहां तक तो ठीक था, लेकिन इसके बाद साध्वी प्राची शहर में तिरंगा यात्रा निकालने की ज़िद पर अड़ गईं और अपनी ड्यूटी कर रहे पुलिसवालों से भिड़ गईं.

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पुलिस के समझाने और मना करने के बावजूद साध्वी प्राची ने शहर में 300 मीटर की तिरंगा यात्रा निकाली. इसके बाद साध्वी प्राची ने योगी की पुलिस को भी जमकर खरी-खोटी सुनाई. प्राची ने कहा कि तिरंगा यात्रा पर प्रतिबंध गलत है. यह कासगंज में नहीं निकलेगी तो क्या पाकिस्तान में निकलेगी.

इस बार गणतंत्र दिवस के मौके पर कासगंज में किसी भी अनहोनी से निपटने के लिए खास इंतज़ाम किए गए थे. असामाजिक तत्वों पर नजर रखी जा रही थी. शहर में भारी पुलिसफोर्स तैनात थी, लेकिन जिस तरह से साध्वी प्राची तिरंगा यात्रा पर अड़ गईं, उससे माहौल भी खराब हो सकता था. लेकिन पुलिस की तारीफ करनी होगी, जिसने काफी धैर्य से काम लिया.

पुलिस ने किया था फ्लैगमार्च

यूपी पुलिस ने पिछली गलती से सबक लेते हुए इस बार काफी सावधानी बरती. एहतियात के तौर पर कासगंज में पुलिस ने 25 जनवरी को फ्लैगमार्च भी किया. कासगंज एसपी अशोक कुमार के मुताबिक करीब 85 पॉइंट को चिन्‍ह‍ित कर पुलिस बल की तैनाती की गई. पीएसी की दो कंपनी और एक आरएएफ की कंपनी शामिल है. करीब 250 जवानों का फोर्स बाहर के जनपदों से बुलाया गया है.

कासगंज में चंदन गुप्ता के नाम पर होगा चौक

हिंसा में मारे गए चंदन गुप्ता के नाम पर प्रशासन ने एक चौक बनाने का फैसला लिया है. इस चौक का नाम चंदन चौक रखा जाएगा. साथ ही प्रशासन ने चंदन के परिवार में किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का भी ऐलान किया है.

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कासगंज हिंसा में 121 से ज्यादा लोग हुए थे गिरफ्तार

पुलिस ने इस पूरे मामले में 8 मुकदमे दर्ज कर 40 आरोपियों की गिरफ्तारी की थी. 121 से ज्‍यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया था. पुलिस ने एक डीबीबीएल बंदूक, दो कारतूस, एक एसबीबीएल देशी, 4 कारतूस और 8 खोखा कारतूस बरामद किए थे.

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