केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उत्तर प्रदेश सरकार से कासगंज में हुई हिंसा को लेकर रिपोर्ट मांगी है. गृह मंत्रालय की ओर से मांगी गई रिपोर्ट में पूछा गया है कि इस हिंसा के फैलने की क्या वजह थी और इसे समय रहते क्यों नहीं रोका जा सका.
आपको बता दें कि गणतंत्र दिवस के मौके पर उत्तर प्रदेश के कासगंज में हुई हिंसा में एक शख्स की मौत हो गई थी और एक शख्स घायल हो गया था. अब केंद्रीय गृह मंत्रालय ने योगी सरकार से पूछा है कि स्थानीय प्रशासन इसे समय रहते नियंत्रित क्यों नहीं कर सका.
केंद्र सरकार ने यूपी सरकार से इस बारे में तथ्यपरक रिपोर्ट भेजने को कहा है. इसकी वजह यह है कि इस समय संसद का बजट सत्र चल रहा है और सरकार को अंदेशा है कि विपक्ष इस बारे में सरकार से सवाल पूछ सकती है. केंद्र और उत्तर प्रदेश दोनों जगह बीजेपी सत्ता में है. सरकार चाहती है कि अगर कासगंज हिंसा के बारे में सवाल पूछे जाएं तो उसके पास इससे संबंधित जवाब होने चाहिए.
आपको बता दें कि कासगंज में हुई हिंसा के बाद यूपी सरकार ने वहां के एसपी सुनील सिंह को हटा दिया था. उनकी जगह पीयूष कुमार श्रीवास्तव को कासगंज का नया पुलिस कप्तान बनाया गया है.
कासगंज के डीएम आरपी सिंह ने सोमवार को 'आजतक' से खास बातचीत में बताया था कि शुरुआती जांच में पता चला है कि इस हिंसा में मारे गए चंदन गुप्ता को लगी गोली छत से चलाई गई थी. डीएम के मुताबिक जिस घर की छत से गोली चली, वो मुस्लिम परिवार का है.
कासंगज में 26 जनवरी को दो समुदायों के बीच हुई हिंसा के बाद पुलिस ने अब तक 112 लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस का दावा है कि स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है लिहाजा अब कर्फ्यू हटा लिया गया है.